पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के कैबिनेट मंत्री बलकार सिंह पर लगे आरोपों को लेकर अकाली दल के साथ विरोध में बीजेपी भी उतर आई है। पंजाब की सियासत के आने वाले दिनों में इस मसले को लेकर गर्माने के आसार हैं। भाजपा के राज्य प्रधान सुनील जाखड़ ने इस मामले में पंजाब के गर्वनर बीएल पुरोहित को पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा है कि आप सरकार के मंत्री पर लगे आरोप गंभीर हैं। इन आरोपों की गंभीरता से जांच की जाए। वहीं, अगर यह आरोप सही पाए जाते हैं तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
मजीठिया ने गवर्नर को सौंपी वीडियो
इससे पहले बीते दिन पंजाब की भगवंत मान सरकार के स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह पर शिरोमणि अकाली दल ने संगीन आरोप लगाए थे। अकाली दल का दावा है कि उनका कथित रूप से एक आपत्तिजनक वीडियो सामने आया है। आपत्तिजनक वीडियो पंजाब के गवर्नर BL पुरोहित को सौंपा है। उनका आरोप है कि पीड़िता को डराया धमकाया जा रहा है।
शिअद ने बुधवार को राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह के बर्खास्तगी की मांग की और साथ ही केंद्रीय एजेंसी से मामले की जांच कराने की अपील की।
अकाली दल की ओर से वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और डॉ. दलजीत सिंह चीमा राज्यपाल से मिले। अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल को बताया कि पीड़ित को डराया-धमकाया गया, जिसके कारण वह मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए आगे नहीं आई है। उन्होंने मांग की कि आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोपी अन्य सभी आप मंत्रियों को गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने से भी रोका जाए।
सीएम पर बचाने के लगाए आरोप
शिअद ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान मंत्री का बचाव कर रहे हैं और मामले में उनसे न्याय की उम्मीद बेमानी होगी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए मजीठिया ने कहा कि उन्होंने तीन महीने पहले मुख्यमंत्री को सूचित किया था कि उनके पास मंत्री का कथित आपत्तिजनक वीडियो है और वह इसे उन्हें सौंपना चाहते हैं। बावजूद इसके मुख्यमंत्री ने उनसे मुलाकात नहीं की।
मजीठिया ने कहा कि ‘मैंने लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री निवास का नंबर मिलाकर संपर्क किया था। उस समय मुझे बताया गया कि मुझे मुख्यमंत्री से बातचीत करवाई जाएगी। लेकिन, उसके बाद ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि इसके बाद मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय,‘‘ मेरे खिलाफ बदलाखोरी की कार्रवाई शुरू की गई। लेकिन, वह सफल नहीं हुए। उन्होंने कहा कि यह मंत्री पहले पुलिस में रहा चुका है। ऐसे में पुलिस के सिस्टम को अच्छी तरह समझता है।
मान ने कहा - फेल लोगों के पास कहने को कुछ नहीं
जब मुख्यमंत्री भगवंत मान से प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा गया कि अकाली दल के नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की है। इस पर उन्होंने पूछा कि कौन मिलने गए थे। मीडिया कर्मियों ने बिक्रम मजीठिया और दलजीत सिंह चीमा का नाम लिया। इस पर सीएम ने कहा कि इन फेल लोगों के कहने पर कुछ नहीं होता। वह हर तीसरे दिन गवर्नर के पास पहुंच जाते हैं।
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता मालविंदर सिंह कंग ने कहा था कि ऐसे लोगों द्वारा उठाए गए मामलों पर रिएक्ट करना नहीं चाहते हैं। उनके पास मुद्दे की कोई बात तो नहीं रही है। वीडियो की बात तो गत दो महीने से सुन रहे हैं।
पंजाब पुलिस के पूर्व डीसीपी बलकार सिंह
जालंधर के करतारपुर हलके से विधायक बलकार सिंह को मान सरकार में लोकल बॉडी व पार्लियामेंट्री अफेयर्स मंत्रालय सौंपा गया था। बलकार सिंह दलित नेता हैं और मजहबी सिख समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह पंजाब पुलिस के पूर्व डीसीपी हैं और उन्हें क्राइम की गुत्थी सुलझाने का माहिर माना जाता था। बलकार सिंह जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी के प्रभारी भी हैं। जालंधर लोकसभा उपचुनाव में सुशील रिंकू के सांसद बनने के बाद बलकार सिंह को मंत्री बनाया गया था।
कटारूचक्क पर भी लगे थे आरोप
इससे पहले पिछले साल पंजाब सरकार के मंत्री लाल चन्द कटारूचक्क का युवक के साथ आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने से पंजाब की राजनीति में बवाल मचा था। राज्यपाल ने डीजीपी को जांच के आदेश दिये थे। बाद में पीड़ित युवक ने राज्यपाल व एससी कमिशन के आदेशों पर पंजाब पुलिस की तरफ से बनाई जांच कमेटी के सामने कार्रवाई से ही इनकार कर दिया था।