जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट से 14 करोड़ रुपए की बकाया राशि लेने के लिए सूर्या एनक्लेव एक्सटेंशन, इंदिरापुरम मास्टर गुरबंता एनक्लेव और बीबी भानी कॉम्प्लेक्स के लोग ट्रस्ट की इमारत के बाहर इक्ट्ठा हुए।
सूर्या एन्क्लेव एक्सटेंशन वेलफेयर सोसाइटी के प्रधान एमएल सहगल ने कहा कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की स्कीम नॉन डेवलपमेंट सूर्या इनक्लेव एक्सटेंशन स्कीम, नॉन डेवलपमेंट इंदिरापुरम फ्लैट और बीबी भानी कॉम्प्लेक्स फ्लैट मैं आज तक कोई भी डेवलपमेंट नहीं हुई, जिसको लेकर वह कई बार इंप्रूवमेंट ट्रस्ट भी गए थे। फिर मजबूरन हमें कोर्ट जाना पड़ा पर कोर्ट के ऑर्डर के बाद भी इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने 1 से 2 साल का समय हो चला है कोई भी पेमेंट नहीं की है।
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट से लेने हैं चौदह करोड़
ML सहगल ने बताया कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट से करीब 14 करोड़ रुपए की राशि उन्होंने लेनी है। जिसे लेकर वे निकाय मंत्री बलकार सिंह से भी मिले थे और उन्होंने आश्वासन दिया कि वह जल्द ही समस्या का हल करेंगे।
888 फ्लैट बनाए थे, सारे खंडहर
बीबी भानी परिसर संगठन के प्रधान दर्शन सिंह ने बताया कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने 2006 में 3 स्कीम लॉन्च की थी, जिसमें 2006 में इंदिरापुरम मास्टर गुरबंता सिंह एनक्लेव में इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट ने 888 फ्लैट बनाए थे जो सारे खंडहर बनकर रह गए। दूसरी स्कीम 2010 में बीबी भानी कंपलेक्स लॉन्च की, जिसका कब्जा 2012 में दिया जाना था। 2012 में वहां कोई भी फ्लैट नहीं था।
करवाए गए धोखे से पेपर साइन
दर्शन सिंह ने कहा कि की ट्रस्ट की तरफ से 5 साल बाद लेटर जारी किया गया था की बीवी बनी परिसर में फ्लैट रेडी हैं आप आकर कब्जा ले लें और जब जाकर देखा तो वहां कोई भी सहूलियत नहीं थी। ट्रस्ट अधाकिरयों ने हमसे धोखे से पेपर साइन करवा लिए थे कि कब्जा दे दिया गया है पर वहां ॉकोई भी सुविधा मुहैया नहीं करवाई गई।
बकाया न मिला तो करेंगे संघर्ष
2011 और 2016 में तीसरी स्कीम सूर्या एनक्लेव एक्सटेंशन लॉन्च की गई, जिसमें 420 फ्लैट 100 गज से लेकर 2200 गज अलग-अलग साइज के थे। यहां आज तक ट्रस्ट की तरफ से किसी भी तरह की डेवलपमेंट नहीं की गई। दर्शन सिंह ने कहा कि अगर ट्रस्ट की तरफ से उनकी बकाया राशि नहीं दी गई तो वह बड़े स्तर पर संघर्ष करेंगे।
इस दौरान बीबी भानी कॉम्प्लेक्स के प्रधान दर्शन सिंह, सूर्य एनक्लेव एक्सटेंशन 94.97 एकड़ के प्रधान एमएल सहगल, सूर्य एनक्लेव से राकेश बत्रा, विवेक बांसल, प्रोफेसर त्रिलोचन सिंह एंव अन्य लोग भी मौजूद रहे।