संसद के मानसून और बजट सत्र से पहले सदन हाउस में आज(21 जुलाई) रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई। इस बैठक में 44 पार्टियों ने हिस्सा लिया। वहीं बैठक की अध्यक्षता राजनाथ सिंह ने की। बैठक में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए। बैठक में कांग्रेस ने लोकसभा के डिप्टी स्पीकर का पद मांगा। इस बैठक में TMC ने दूरी बनाई।
22 जुलाई से 12 तारीख तक चलेगा सत्र
बजट सत्र 22 जुलाई से शुरू होकर अगले महीने 12 तारीख तक चलेगा। इस सत्र में सरकार की ओर से 6 बिल पेश किए जाने की उम्मीद है, जिनमें 90 साल पुराने विमान अधिनियम को बदलने वाला विधेयक भी शामिल है।
जम्मू-कश्मीर के बजट के लिए मंजूरी मिलेगी
इस सत्र में जम्मू-कश्मीर के बजट के लिए संसद की मंजूरी भी मिलेगी। फिलहाल यहां विधानसभा अस्तित्व में नहीं है और केंद्र का शासन है।
23 जुलाई को पेश होगा बजट
23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेंगी। इससे पहले कल यानी सोमवार को वो संसद में आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश करेंगी। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने 21 जुलाई को सर्वदलीय बैठक इसलिए बुलाई है, ताकि उन मुद्दों को समझा जा सके जिन्हें सभी राजनीतिक दल बजट सत्र के दौरान उठाना चाहते हैं।
ये बिल पेश किए जा सकते है
इस सत्र के दौरान विपक्ष नीट पेपरलीक और रेल सुरक्षा जैसे मुद्दों को उठा सकती है। सत्र के दौरान पेश और पारित किए जाने वाले विधेयकों में फाइनेंस बिल, डिजास्टर मैनेजमेंट, बॉयलर्स बिल, भारतीय वायुयान विधेयक 2024, कॉफी प्रमोशन एंड डेवलपमेंट बिल और रबर प्रमोशन एंड डेवलपमेंट बिल शामिल हैं।
इनके अलावा बजट पेश होगा और उस पर चर्चा होगी। इस सत्र में एप्रोप्रिएशन बिल पारित होगा। इन सबके अलावा जम्मू कश्मीर के बजट पर चर्चा होगी, इसके बाद इसे पास किया जाएगा।
TMC ने बताई शामिल न होने की वजह
वहीं टीएमसी ने सत्र में शामिल होने की वजह बताई है। तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल के नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने रीजीजू को पत्र लिखकर बताया कि उनकी पार्टी इस बैठक में शामिल नहीं हो पाएगी।
उन्होंने कहा, 30 सालों से 21 जुलाई को बंगाल में हमारे 13 साथियों के सम्मान में शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो 1993 में पुलिस की गोलीबारी में गैरकानूनी रूप से मारे गए थे। उन्होंने कहा इस परिप्रेक्ष्य में मेरे सहित अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के सभी सांसद पार्टी के अन्य सहयोगियों के साथ इस दिवस को मनाने के लिए अपने गृह राज्य में होंगे। इसलिए कोई भी सांसद बैठक में शामिल नहीं हो सकेगा।
18वीं लोकसभा का पहला बजट
बता दें कि आम चुनाव के संपन्न होने और 18वीं लोकसभा के गठन के बाद यह पहला बजट सत्र है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगी दल(NDA) संसद में सत्ता हासिल करने में कामयाब रहे। इस हिसाब से इस सत्र में जो बजट पेश किया जाएगा वह उनके तीसरे कार्यकाल का पहला बजट होगा।