जालंधर में लोकसभा चुनाव को लेकर जहां हर पार्टी ने अपना मेनिफेस्टो जारी किया है। वहीं शनिवार को शिरोमणी अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने जालंधर के निजी होटल में पार्टी वर्करों के साथ मीटिंग की और मेनिफेस्टो जारी किया। इस दौरान उन्होंने कई कांग्रेसी और आप नेताओं को पार्टी में शामिल भी करवाया। पार्टी में शामिल करवाते वक्त लोकसभा उम्मीदवार मोहिंदर सिंह केपी, कुलवंत सिंह मन्नण और अन्य नेता भी मौजूद थे।
पंजाब के लोगों की पार्टी है अकाली दल
मेनिफेस्टो जारी करने के दौरान सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि लोक सभा चुनावों को लेकर चार पार्टियां ही मैदान में है। भाजपा, कांग्रेस, आप और शिरोमणी अकाली दल। इनमें से केवल अकाली दल ही एक ऐसी पार्टी है। जो पंजाब के लोगों की अपनी पार्टी है। जो लोगों के हितों के लिए काम करती आ रही है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में जितने भी काम हुए हैं। सारे अकाली दल की सरकार के समय में ही हुए हैं। बाकी पार्टियां लोगों को धर्म के नाम पर लड़ाकर राज करना चाहती हैं और लड़ा भी रही हैं। इन पार्टियों के लिए वोट लेना जरुरी है न कि देश की एकता जरुरी है। ये देश सभी धर्मों का है। धर्म के नाम पर राजनीति करना गलत है। प्रकाश सिंह बादल जब मुख्य मंत्री रहे तब सभी धर्मों के लोग उन्हें अपना ही मानते थे। क्योंकि अकाली दल ने सभी को गले लगाया है।
पंजाब की अपनी रेवेन्यू जनरेशन होती थी, लेकिन अब खत्म हो गई
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि जीएसटी ने पंजाब का खजाना खाली कर दिया है। पहले पंजाब की अपनी रेवेन्यू जनरेशन होती थी। लेकिन अब बिल्कुल ही खत्म हो चुकी है। पंजाब इलकौता सूबा है। जिसकी कैपिटल नहीं है। इसलिए जीडीपी डाउन चली गई। पंजाब के साथ धक्का हो रहा है और सेंटर की कोई पार्टी इसका साथ नहीं दे रही।
पंजाब का पानी पंजाब को ही नहीं मिल पा रहा
उन्होंने कहा कि पंजाब का पानी पंजाब का ही नहीं रहा। जिस देश का पानी होता है। उस पर उसी देश का हक होता है। लेकिन अपने ही पंजाब का पानी दूसरे राज्यों को दे दिया है। कांग्रेस पार्टी ने लोगों के साथ धोखा किया है। आधा पानी पंजाब का राजस्थान को दे दिया और आधा पानी महाराष्ट्र को दे दिया। जो बचा है। उसका आधा हरियाणा को दे दिया। पंजाब के पास अब केवल 25 फीसदी पानी ही बचा है। जब बाढ आती है तो नुकसान पंजाब का होता है और उसकी भरपाई कोई राज्य नहीं करता है। अकाली दल के जीतने के बाद पंजाब का पानी वापिस लिया जाएगा। इसका वादा है।