उत्तराखंड में हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के दौरान अनूठा दृश्य देखने को मिला। कांवड़ियों पर हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश हुई। हजारों कांवड़ियों के सिर पर फूलों की पंखुड़ियां गिर रही थीं, जो इस दृश्य को और भी दिव्य बना रही थी।
यह फूलों की बारिश यात्रा के श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव था, जिसने माहौल को और भी सुंदर और पवित्र बना दिया। इस अद्भुत घटना ने शिवभक्तों की इस धार्मिक यात्रा को और भी खास बना दिया और सभी को एक गहरी खुशी और संतोष का अहसास कराया।
2 अगस्त को यात्रा हो जाएगी खत्म
वहीं, कांवड़ यात्रा अब अंतिम चरण में है। 22 जुलाई से शुरू हुई कांवड़ यात्रा 2 अगस्त को शिवरात्रि पर्व के साथ संपन्न हो जाएगी। ऐसे में अब दिल्ली-हरिद्वार हाईवे डाक कांवड़ के हवाले हो गया है। धर्मनगरी में अब डाक कांवड़ियों का सैलाब उमड़ पड़ा हुआ है।
बताया जा रहा है कि 9 दिन के अंदर दो करोड़ 51 लाख 40 हजार शिवभक्तों ने गंगाजल भरा और अपने गंतव्यों की ओर रवाना हो गए। मेले के नौवें दिन मंगलवार को 62 लाख कांवड़िए रवाना हुए हैं। गंगा में डूब रहे 47 कांवड़ियों को सकुशल बचा लिया गया।
68 लाख कांवड़ गंगाजल भरकर रवाना हुए
सीनियर पुलिस अधिकारी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि मंगलवार की शाम 6 बजे तक 68 लाख कांवड़ यात्री गंगाजल भरकर रवाना हुए हैं। इससे एक दिन पहले 62 लाख रवाना हुए थे। अब तक दो करोड़, 51 लाख, 40 हजार यात्री पहुंच चुके हैं। मंगलवार को एक लाख 71 हजार 552 छोटे-बड़े वाहनों ने प्रवेश किया है।