हाल ही में पंजाब के पटियाला जिले से एक चौकाने वाली खबर सामने आई है। जहां अपने ही जन्मदिन के मौके पर ऑनलाइन मंगाया केक खाने से 10 साल की बच्ची ने दुनिया को अलविदा कह दिया। साथ ही उस केक को खाने से पूरे परिवार की भी तबीयत बिगड़ने लगी। बता दें कि केक खाने के बाद से ही बच्ची को प्यास लगने लगी और उसका मुंह सूखने लगा था। इसके बाद बच्ची की बहुत ज्यादा तबीयत बिगड़ने की वजह से उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उस छोटी बच्ची ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
वहीं बच्ची की मौत की वजह Food Poisoning बताई जा रही है। इस फूड पॉइजनिंग के मामले के बाद लोगों के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि आखिर फूड पॉइजनिंग होने पर शरीर में किस तरह के लक्षण नजर आते हैं। ताकि समय रहते इन लक्षणों की पहचान करके इसका इलाज करवाया जा सके। आइए जानते हैं फूड पॉइजनिंग क्यों होती है और इसके लक्षण क्या हैं।
जानिए क्या होता है Food Poisoning
फूड प्वॉइजनिंग तब होती है जब हम ऐसे खाना खाते हैं जो बैक्टीरिया, वायरस और दूसरे रोगाणुओं या विषैले तत्वों से संक्रमित होता है। हालांकि बच्चे और बुज़ुर्ग फूड प्वॉइजनिंग के शिकार अधिक होते हैं क्योंकि इनकी इम्यूनिटी काफी कमजोर होती है।
वैसे तो यह नॉर्मली एक या दो दिन में ठीक हो जाते हैं लेकिन कई बार के कुछ मामलों में गंभीर रूप ले लेते हैं जिसका समय रहते इलाज न करवाया गया तो यह व्यक्ति के लिए जानलेवा साबीत हो सकती है।
वहीं शरीर में कंटैमिनेटेड खाना जाने की वजह से शरीर उस टॉक्सिन को बाहर निकालने की कोशिश करता है जिस वजह से फूड पॉइजनिंग के लक्षण नजर आने शुरू होते हैं।
क्यों होती है फूड पॉइजनिंग
फूड पॉइजनिंग आमतौर गर्मियों के मौसम में सबसे ज्यादा होता है। वहीं जब खाना बासी हो, गंदगी में बनाया गया हो, फलों और सब्जियों को अच्छे से धोया न गया हो, गंदे हाथों से खाने को छूना या खाना, अच्छे से पकाया न गया हो या सही तरीके से स्टोर न किया गया हो फूड पॉइजनिंग हो सकता है।
फूड पॉइजनिंग होने पर नजर आते हैं ये लक्षण
पेट में दर्द होना
उल्टी होना
डायरिया की समस्या होना
बुखार होना
मल से खून आना
सिर दर्द होना
पेट खराब होना
कमजोरी महसूस करना
निगलने में परेशानी होना
धुंधला दिखना
बच्चों में दिखने वाले लक्षण
बता दें कि बच्चों में इसके लक्षण बड़ों से थोड़े अलग हो सकते हैं। बच्चों में फूड पॉइजनिंग होने पर उल्टी होना, दस्त होना, मुंह सूखना, अधिक प्यास लगना, पेशाब न आना, चक्कर आना, बुखार, मल का रंग असमान्य होना और पेट में या रेक्टम में दर्द महसूस होना।
इसके अलावा मल में खून आना, कमजोरी होना और बरताव में बदलाव होना भी फूड पॉइजनिंग के लक्षण है। ऐसे में अगर आपके घर में किसी भी मेम्बर में ऐसे के लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत उसे डॉक्टर के पास लेकर जाएं ताकि उसे समय रहते इलाज मिल सके।