खबरिस्तान नेटवर्क: अमृतसर में 27 अप्रैल को होने वाली गे-परेड स्थगित हो गई है। यह परेड सिख जत्थेबंदियों की ओर से किए गए ऐतराज के बाद कैंसिल हुई है। इसकी जानकारी खुद आयोजकों ने सोशल मीडिया के जरिए दी। उन्होंने कहा कि उनके सदस्यों की सुरक्षा करना उनकी पहली प्राथमिकता है।
किसी की भावनाओं को नहीं पहुंचाना चाहते ठेस
इस परेड को आयोजित करने वाले आयोजकों ने यह खुलासा किया है कि वह इस परेड को कैंसिल कर रहे हैं। एक लैटर जारी कर उन्होंने लिखा कि - 'रिधम चड्ढा और मैं रमित सेठ प्राइड परेड अमृतसर के आयोजक हैं। हम एक छात्र संगठन हैं और LGBTQIA समुदाय को जोड़ने और उनका उत्थान करने के लिए 2019 से लेकर अमृतसर में शांतिपूर्ण परेड का आयोजन कर रहे हैं। खासतौर पर शहर में ट्रांसजेंडर लोगों और उनके अधिकारों पर हम अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हमने पहले भी मार्गदर्शन परामर्श और नौकरी के अवसरों के साथ कई लोगों का समर्थन भी किया है और इसके लिए हमें हर जगह पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला है। इस साल विरोध के चलते हमें यह बताना पड़ रहा है कि प्राइड अमृतसर जो कि 27 अप्रैल 2025 को रोज गार्डन में होने वाली थी उसको हम रद्द कर रहे हैं। हमारा इरादा किसी भी धार्मिक या फिर राजनीतिक समूह की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं है। हमारे लोगों की सुरक्षा करना हमारी पहली प्राथमिकता है और इसको सुरक्षित रखने के लिए हम कदम भी उठा रहे हैं'।

परेड का किया था विरोध
आपको बता दें कि सिख संगठन के नेता परमजीत सिंह अकाली ने इस परेड का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि अमृतसर सिख धर्म के लोगों की पवित्र नगरी है और यह शहर श्री हरमंदिर साहिब जैसी धार्मिक विरासत के साथ जुड़ा है। ऐसे में यहां ऐसा कोई आयोजन नहीं होगा जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया गया। उन्होंने इस परेड को ठेस पहुंचाने वाला बताया है। ऐसे आयोजन धार्मिक नगरी में नहीं होने दिए जाएंगे। पहले भी सिख समुदाय के लिए अमृतसर जैसे शहर की पवित्रता के लिए खड़े हैं और आगे भी खड़े रहेंगे। ऐसे में यह बेहतर है कि प्रशासन इसके लिए खुद आगे आए और ऐसे कार्यक्रम अमृतसर में होने से रोके।