खबरिस्तान नेटवर्क: साइबर ठग एक बार फिर से एक्टिव हो गए हैं। वैसे तो वह लोग कभी इनएक्टिव नहीं होते। मगर पिछले कुछ महीनों से थोड़ी शांति थी। शायद इसका कारण सरकार का जबरदस्त कैंपेन हो सकता है। पीएम मोदी खुद मन की बात प्रोग्राम में डिजिटल स्कैम का जिक्र कर चुके थे। फोन पर भी कॉलर को इससे सावधान रहने का संदेश सुनाई दे रहा था। मगर ठग फिर डिब्बे में से बाहर आ गए हैं। एक पुराने असफल तरीके को थोड़ा सा बदलकर ठगी को अंजाम दे रहे हैं। सीधे-सीधे बोले तो कबाड़ में पड़े बॉक्स को ओपन करके वह साइबर ठगी को अंजाम दे रहे हैं।
डिब्बा स्कैम कर रहे हैं ठगी
स्कैम के इस तरीके का नाम है डिब्बा स्कैम। डिब्बे या बॉक्स जो आजकल ई-कॉमर्स वेबसाइट के ऑर्डर के साथ आते ही हैं। वहीं बॉक्स जो हम अपना सामान निकालकर कूड़ेदार में फेंक देते हैं ना ये वो स्कैम नहीं हो जो आप सोच रहे हैं। आइए आज आपको इसी बारे में बताते हैं।
अब सिर्फ कचरा ही नहीं रहा डिब्बा
वीडियो में दावा किया जा रहा था कि ई-कॉमर्स के डिब्बे पर जो क्यूआर कोड होता है उसमें आपके बैंक डिटेल्स होते हैं। इनका इस्तेमाल साइबर ठग कर सकते हैं तो ऐसा नहीं है। बॉक्स में जो क्यूआर कोड होता है उसमें सिर्फ डिलीवरी होने या न होने की जानकारी होती है तो वो स्कैम नहीं था। मगर अब यही डिब्बा स्कैम का जरिया जरुर बन गया है। अब ये कोई छिपी हुई बात तो है नहीं कि पॉर्सल बॉक्स पर काफी सारी जानकारी होती है। घर का पता, मोबाइल नंबर और बॉक्स के अंदर के सामान की थोड़ी बहुत डिटेल। इसी डिटेल का इस्तेमाल ठगी के लिए हो रहा है। ठग इस बॉक्स से अपनी जानकारी निकालते हैं और फिर आपको एक कॉल आता है।
ठग के पास होती है पूरी जानकारी
ठगों के पास आपसे जुड़ी पूरी जानकारी होती है। उन्हें सब कुछ असली लगता है। कहा जाता है कि किस तारीख को आपने कोई सा ऑर्डर किया था। उसमें आपको कौन सा कूपन मिला है। डिस्काउंट का लालच भी दिया जाता है ऐसे में कई बार ई-कॉमर्स कंपनी के कर्मचारी बनकर तो कई बार उस प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी के आदमी का नाम लेकर बात की जाती है। जो आप इनकी बातों में आ गए तो फिर आगे क्या होता है वो अब सभी को पता है। डिस्काउंट की लिंक भी भेजी जाती है और क्लिक करते ही कांड भी हो जाता है। यह डिब्बा स्कैम आजकल काफी चल रहा है। इससे बचने का सबसे सही तरीका यही है कि पॉर्सल बॉक्स से आप अपना डिटेल्स हटा दो। इसके लिए बहुत कम कीमत में स्याही जैसा डिवाइस मिलता है। उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि इतना सब नहीं करना तो बॉक्स के उतने हिस्से को कुछ ऐसे फाड़ सकते हैं कि डिटेल न दिखें।
लिंक क्लिक करते होंगे साइबर ठगी का शिकार
यदि आप इनकी बातों में आए तो फिर आप इस ठगी का शिकार हो सकते हैं। डिस्काउंट का लिंक भी भेजा जाता है और क्लिक करते ही कांड हो जाता है। ये डिब्बा स्कैम आज के समय में काफी चल रहा है। इससे बचने का सबसे सही तरीका यही है कि पॉर्सल बॉक्स में से अपनी डिटेल्स हटा दें। इसके अलावा बहुत कम कीमत में स्याही जैसी डिवाइस मिलती है आप उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि इतना सब नहीं करना तो बॉक्स के उतने हिस्से को कुछ ऐसे फाड़ें कि डिटेल न नजर आए। यदि आपने यह सब नहीं किया और फिर कॉल आया तो फोन का लाल बटन भी दबा ही सकते हैं।