क्या कभी डर या फिर किसी स्थिति में आपके हाथ-पैर कांपे हैं? अक्सर लोगों को ज्यादा सर्दी लगने पर कंपी-कंपी लगती है लेकिन कभी मन में चल रही किसी बात या डर के कारण भी हमारे हाथ-पैर कांपने लगते हैं। ऐसा एक-दो बार नहीं बल्कि कई-कई बार होता है। लोगों के शरीर में कई तरह की छोटी-मोटी परेशानियां होती रहती हैं, जिसमें से हाथ-पैर कांपना भी ऐसी ही समस्या है। अक्सर खाना खाते समय या कोई काम करते समय लोगों के हाथ कांपने लगते हैं, जिसे वह कमजारी समझ लेते हैं लेकिन हाथ-पैर का कांपना किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है। कभी-कभी हाथ-पांव कांपना किसी बीमारी के चलते भी होता है। इसलिए, अगर लंबे समय तक आपको हाथ-पांव कांपने की समस्या हो, तो नजरंदाज करना सही नहीं है। जरूरी है कि हाथ-पांव कांपने की वजह को जानकर आप इसके बचाव के उपाय आजमाएं।
पार्किंसन डिजीज-
इस बीमारी के होने पर भी हाथ-पांव कांपने की परेशानी हो सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो पार्किंसन डिसीज होने पर हाथ या पैर से ब्रेन तक जा रही नसें अपना काम करना बंद कर देती हैं। वैसे, तो पार्किंसन डिसीज होने पर शुरुआती दिनों में एक ही हाथ में कंपकंपी की समस्या होती है। लेकिन, समय पर इलाज न किया जाए, तो दोनों हाथ कांपने लगते हैं। इतना ही नहीं, पार्किंसन डिसीज एक समय बाद मरीज को बैलेंस करने में भी दिक्कत आने लगती है और हाथ-पांव में अकड़न भी हो जाती है। इस बीमारी से निपटने के लिए जरूरी है कि आप एक्सपर्ट के पास जाएं। वे आपकी कंडीशन के अनुसार मेडिसिन दे सकते हैं या फिर सर्जरी कर सकते हैं।
नींद की कमी-
अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक पर्याप्त नींद नहीं लेता है, तो उसे कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। अक्सर सिरदर्द, थकान जैसी सामान्य समसयाएं देखने को मिलती हैं। वहीं, अगर कोई बहुत लंबे समय तक अच्छी नींद नहीं ले रहा है, तो एक समय बाद उसके हाथ-पांव कांपने लगते हैं। दरअसल, जब आप अच्छी नींद नहीं लेते हैं, तो इस वजह से न्यूरोलॉजिकल रिफ्लेक्सेस (किसी चीज के प्रति शरीर की तुरंत प्रतिक्रिया को रिफ्लेक्सेस कहा जाता है) ट्रिगर हो सकती है। इस कारण कुछ कामकाज करते हुए हाथ-पांव कांप सकते हैं।
एसेंशियल ट्रेमर-
यह एक खतरनाक किस्म की सिचुएशन है। एसेंशियल ट्रेमर होने पर व्यक्ति कप, गिलास या चश्मा जैसी छोटी-छोटी चीजें उठाने में भी समस्या महसूस करता है। सामान उठाते या पकड़ते वक्त मरीज के हाथ कांप सकते हैं। अगर इसका स्तर सीमित रहे, तब तो कोई दिक्कत नहीं है। वहीं, अगर हाथ कांपने की वजह से रोजमर्रा के टास्क पूरे करने में मुश्किलें आने लगें, तो मरीज को बिना देर किए डॉक्टर के पास जाना चाहिए। हालांकि, इस बीमारी का मुख्य कारण क्या है, इसका अब तक पता नहीं चल सका है। विशेषज्ञों का मानना है कि जींस में कुछ बदलाव होने के कारण एसेंशियल ट्रेमर हो सकता है। इस बीमारी से निपटने के लिए डॉक्टर आपको दवाईया या ऑक्यूपेशनल थेरेपी दे सकते हैं। कुछ मामलों में सर्जरी भी की जाती है।
ओवरएक्टिव थायराइड का होना-
शायद आपको यह जानकर हैरानी हो, ओवरएक्टिव थायराइड की वजह से भी हाथ-पांव कांप सकते हैं। इसका मतलब है कि थायराइड ग्लैंड शरीर को हेल्दी और फिट रखने के लिए काफी मेहनत कर रही है। इसका असर हार्ट पर पड़ता है। ओवरएक्टिव थायराइड में अक्सर लोगों का बिना वजह वजन घटने लगता है और नींद लेने में भी परेशानी आती है। आपका थायराइड ओवरएक्टिव है, यह जानने के लिए ब्लड टेस्ट करवाया जाता है।
लो ब्लड प्रेशर होना-
शरीर की नसें और मसल्स, ब्लड शुगर की वजह से सही तरह से काम कर पाती हैं। जब किसी वजह से ब्लड शुगर का स्तर गिर जाता है, तो हाथ-पांव में कंपकंपी होने लगती है। ऐसी स्थिति में जरूरी है कि बीपी को कंट्रोल में रखा जाए। इसके लिए, शराब से दूर रहना, स्मोकिंग न करना और डाइट का सही ध्यान रखा जाना चाहिए। अगर इसके बावजूद, हाथ-पांव की कंपकंपी बंद न हो, तो बेहतर है कि डॉक्टर से संपर्क करें।