नाइट शिफ्ट में काम बेशक कम करना होता है, लेकिन सेहत के लिहाज से यह शिफ्ट उतनी ही नुकसानदेह है। बात बड़े शहरों की हो या छोटे शहरों की। हमारी जीवनशैली के साथ-साथ तेजी से बदला है हमारा काम करने का तरीका। पहले जहां हम दिन में काम करते थे और रात को आराम। वहीं आज हम नाइट शिफ्ट में काम करने को ज्यादा पसंद करते हैं। यह शिफ्ट आरामदायक तो लगती है, लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से उतनी ही नुकसानदेह है। नए क्षेत्रों के आ जाने से अब काम शिफ्टों में होने लगा है। आईटी, मीडिया, बीपीओ, फैशन हाउस, इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट के साथ-साथ औद्योगिक इकाइयों में भी नाइट शिफ्ट में काम करने का चलन तेजी से बढ़ा है।
अब हाल ही में इसे लेकर एक स्टडी सामने आई है, जिसमें नाइट शिफ्ट को लेकर चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं। वैज्ञानिकों ने शायद उस घटना की पहचान कर ली है जो उन लाखों शिफ्ट कर्मचारियों के स्वास्थ्य को प्रभावित और बाधित करती है जो रात भर काम करते हैं। जैसा कि हम जानते हैं कि कई लोग रात में काम करते हैं और बाकी लोग सोते हैं। कई अध्ययनों से संकेत मिलते हैं कि बॉडी क्लॉक के विरुद्ध लड़ते हुए काम करने से वजन बढ़ना, मधुमेह, कैंसर, अवसाद और खराब हृदय स्वास्थ्य हो सकता है। अब नई रिसर्च से आप 'कब' खाते हैं और आपके स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव के बीच संबंध का पता चला है। यह निष्कर्ष एक अध्ययन से प्रेरित था, जिसमें बताया गया कि जब नींद से जागने के चक्र और दिन-रात के संकेत एक समान नहीं होते हैं, तो भूख के व्यवहार में बदलाव देखा जा सकता है।
कहां हुई स्टडी?
यूनाइटेड किंगडम में ब्रिस्टल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने यह स्टडी की, जिसमें यह सामने आया है पूरी रात जागने और गलत समय में खाना खाने से हमारी भूख और भोजन की आदतें खराब हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप वजन बढ़ता है। यह हालिया अध्ययन कम्युनिकेशंस बायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
आसान शब्दों में कहें तो नाइट शिफ्ट में काम करने से शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक बाधित हो जाती है, जिसे सर्कैडियन मिसलिग्न्मेंट भी कहा जाता है। ऐसा आमतौर पर तब होता है जब कोई व्यक्ति 'जेट लैग' की घटना से गुजरता है। ब्रिस्टल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के अनुसार, "खराब बॉडी क्लॉक भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन को और ज्यादा प्रभावित करती है।"
रखें इन बातों का ध्यान
ऐसे में भूख न लगने और नाइट शिफ्ट के बीच संबंध को समझाते हुए, विशेषज्ञों ने इस स्थिति को रोकने के लिए एक सुझाव भी साझा किया। उन्होंने नाइट शिफ्ट में काम कर रहे लोगों को सलाह दी कि वे दिन के उजाले में रहने, हेल्दी हार्ट के लिए एक्सरसाइज और भोजन के समय को नियंत्रित करने का प्रयास करें। अगर आप भी नाइट शिफ्ट में काम करते हैं, तो हेल्दी रहने के लिए इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।
-नाइट शिफ्ट में काम करते हैं, तो दिन में सोते समय पर्याप्त अंधेरा रखें।
-सोने के लिए शांत जगह का चुनाव करें।
-रात में ड्यूटी जाने से पहले एक घंटे की छोटी नींद जरूर लें।
-रात में काम करते समय चॉकलेट, जंकफूड की बजाय, सलाद या फल का सेवन करें।
-रात में काम करते समय चाय, कॉफी या शीतल पेय लेने से बचें।
- नाइट शिफ्ट करने वाले लोग इस बात का ध्यान रखें कि दिन भर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, ताकि रात भर हाइड्रेटेड रह सकें।
-ड्यूटी पूरी होने के बाद जब भी घर पहुंचें, तो खाली पेट न सोएं। हल्का-फुल्का खाकर ही सोएं।
-नींद नहीं आ रही है, तो दवा या अल्कोहल का प्रयोग बिल्कुल न करें।
- नाइट शिफ्ट में काम करने के लिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट का खास ख्याल रखें।
- डिनर भारी भोजन करने से बचें, क्योंकि इससे नींद आ सकती है और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।