साल 2023 के पहले छह महीनों में 42 हजार लोगों ने कनाडा की सिटीजनशिप छोड़ दी है। इसमें भारतीय और गैर भारतीय दोनों शामिल हैं। 2022 में यह संख्या 93,818 थी। एक तरफ जहां कनाडा के बड़े शहरों में अपराधियों और गैंगस्टरों का दबदबा बढ़ने लगा है। इसके साथ ही बैंक ब्याज दरें और घर की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। इसके चलते कनाडा में रिवर्स इमिग्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
सबसे ज्यादा पंजाबियों ने छोड़ी नागरिकता
कनाडा सरकार के इमिग्रेशन डिपार्टमेंट के डाटा के मुताबिक 2021 में 85927 लोगों ने कनाडा छोड़ा। इनमें बड़ी संख्या में पंजाबी हैं। स्टडी अब्रॉड एजुकेशन इंस्टीट्यूट के पूर्व अध्यक्ष सुकांत त्रिवेदी का कहना है कि बड़ी संख्या में लोगों ने कनाडा में पीआर छोड़ वापस आ रहे हैं।
कानाडा में गैंगस्टरों का बढ़ रहा क्राइम
गैंगस्टरों को पनाह देने से कनाडा में क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। पंजाब के ए कैटेगरी के गैंगस्टरों में शामिल लखबीर सिंह लांडा, गोल्डी बराड़, रिंकू रंधावा, अर्शदीप सिंह, रमनदीप सिंह उर्फ रमन जज, गुरदीप सिंह बाबा दल्ला जैसे अपराधी कनाडा में छिपे हुए हैं।
ट्रूडो सरकार में मंहगाई बढ़ी
इमिग्रेट्स घरों की संख्या कम होने के कारण मकान किराया तेजी से बढ़ रहा है। लोगों को अपनी इनकम 30 फीसदी हिस्सा सिर्फ मकान किराए में देना होता है। ट्रूडो सरकार में बहुत कुछ महंगा हो गया है। पहले बैंक ब्याज दर 1.5 फीसदी सालाना थी, जो आज 8.5 फीसदी तक पहुंच गई है।