किसानों के दिल्ली मार्च के कारण अब हालात काफी गंभीर हो गए हैं। हालातों को देखते हुए हरियाणा पुलिस ने एक बार फिर कार्रवाई शुरु कर दी है। शंभू बॉर्डर पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात है। ऐसे में किसानों की पुलिस के साथ बहस भी हुई और उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास भी किया है। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया जिसके कारण 9 किसान घायल हो गए हैं।
बैरिकेडिंग लगाकर रोके गए किसान
किसानों ने आज फिर दिल्ली कूच करने की कोशिश की लेकिन बॉर्डर के पास ही उनको बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इसके बाद प्रशासन और किसानों के बीच बात भी हुई। किसान नेताओं ने यह दिया कि वो देश की एक बड़ी आबादी से आते हैं और अपनी मांगों के पूरा करने के लिए दिल्ली जाना चाहते हैं। किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखना चाहते हैं और इसके लिए भले ही उनकी तलाशी ली जाए क्योंकि उनके पास ट्रैक्टर और ट्रॉली कुछ भी नहीं है।
घायल किसानों को ले जाया गया
वहीं जानकारी के अनुसार, इस दौरान जो भी किसान घायल हुए हैं उनको स्ट्रेचर पर अलग-अलग करके ले जाया भी गया है। स्ट्रेचर पर लेटाकर उन्हें एंबुलेंस से ले जाया गया है।
कानून व्यवस्था बनाए रखें किसान
वहीं प्रशासन ने किसानों को कहा है कि वो कानून व्यवस्था को बनाए रखें। प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि वो सुप्रीम कोर्ट के आदेश मान रहे हैं। यदि किसान दिल्ली जाना चाहते हैं तो पहले राजधानी में प्रदर्शन करने के लिए परमीशन लें और फिर पुलिस उन्हें खुद वहां छोड़ आएगी। पानी की तेज धार और आंसू गैस से बचने के लिए किसान गीले कपड़े और बोरों का इस्तेमाल कर रहे हैं।