पठानकोट के पुराने सदर पुलिस स्टेशन में अचानक आग लग गई। पुलिस स्टेशन में पड़ा सामान और जब्त किए गए वाहन जलकर खाक हो गए। जिसके बाद फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। वहीं डीएसपी हरकृष्ण ने बताया कि पुलिस स्टेशन काफी समय से दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है और कुछ सामान वहां रखा हुआ था।
डीएसपी ने बताया कि किसानों की तरफ से अब गंहू की नाड़ को आग लगाई जा रही है और इसी वजह से पुलिस स्टेशन की बिल्डिंग तक पहुंच गई। जानकारी देते हुए डीएसपी ने बताया कि करीब 10 वाहन जलकर खाक हो चुके है। नाड़ को आग लगाने का सिलसिला रुक नहीं रहा लेकिन अब आग लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
बता दें कि गेहूं की बुआई अक्टूबर से दिसंबर में होती है और कटाई फरवरी से मई के दौरान होती है। भारत में गंगा के मैदान गेहूं उगाने के लिए सबसे अनुकूल क्षेत्र हैं। ठंडी सर्दियां और तेज़ गर्मी गेहूं की अच्छी फसल के लिए उत्तम परिस्थितियां हैं। वहीं अब किसानों की तरफ से गेंहू की नाड़ को आग लगाई जा रही है।
पंजाब में गेहूं की खेती की उच्च उत्पादकता और मिट्टी की उत्तम क्षमता के कारण यहां के किसानों को गेहूं की खेती में रुचि और समर्थन प्राप्त होता है। इसके परिणामस्वरूप, पंजाब देश की एक प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य बन गया है और यहां की गेहूं की खेती राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।