पश्चिम बंगाल सरकार कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर के बाद ऐसे अपराधों के लिए नया कानून लेकर आ रही है।बुधवार को कैबिनेट ने बालात्कार को रोकने और कड़ी सजा के प्रवाधान के लिए नया बिल पेश करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। बिल अगले हफ्ते विधानसभा में पेश किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, राज्य के कृषि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि वह स्पीकर बिमान बंद्योपाध्याय से 2 सितंबर से विधानसभा का दो दिन के लिए विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध करेंगे। चट्टोपाध्याय ने कहा, नया बिल 3 सितंबर को विधानसभा में पेश किया जाएगा।
मौत की सजा को अनिवार्य बनाने के लिए कानून में बदलाव
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि वह बालात्कार के लिए मौत की सजा को अनिवार्य बनाने के लिए राज्य में कानून में बदलाव करेंगी। उन्होंने कहा था कि अगले हफ्ते विधानसभा में बिल पेश करेंगी। बालात्कार के लिए सिर्फ एक ही सजा होनी चाहिए- फांसी।
मुझे बांग्लादेश से प्यार- सीएम ममता
ममता ने आगे कहा कि तृणमूल कांग्रेस 31 अगस्त से एक आंदोलन शुरू करेगी ताकि बलात्कारियों को मौत की सजा देने के लिए केंद्र पर दबाव बनाया जा सके। ममता ने रैली के दौरान कि कुछ लोगों को लगता है कि यह बांग्लादेश है। मुझे बांग्लादेश से प्यार है। वे हमारी तरह बात करते हैं और हमारी संस्कृति भी एक जैसी है लेकिन याद रखिए कि बांग्लादेश अलग देश है और भारत अलग देश है।
बीजेपी ने रखा बंगाल बंद
बता दे कि सीएम ममता बनर्जी ने यह ऐलान ऐसे समय में किया है कि राज्य में बीजेपी उनके इस्ताफे की मांग कर रही है। 28 अगस्त को बीजेपी ने 12 घंटे के लिए बंगाल बंद रखा है। बंद के दौरान कई जगहों पर हिंसा भी देखने को मिली। एक दिन नबन्ना मार्च में पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा था।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और फिर हत्या के मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है। वहीं सुप्रीम कोर्ट में मामले को लेकर सुनवाई भी हो रही है।
पीएम मोदी को सीएम ने लिखा था पत्र
ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था कि महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक पहल की जरूरत है। बनर्जी ने इसमें कहा था कि देश में औसतन 90 रेप की घटनाएं होती हैं। कोलकाता की घटना के बाद टीएमसी की तरफ से लगातार यह मांग की जा रही है कि दोषियों को फांसी दी जाए।