Virat Kohli started getting ridiculed at this stage of his career and age : आईपीएल 2024 में विराट कोहली को सबसे ज्यादा ट्रोल स्ट्राइक रेट के लिए किया गया है मगर ये तथ्य आपको हैरान कर सकता है कि इस सीजन कोहली कुल मिलाकर 155.2 के ताबड़तोड़ स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी कर रहे हैं। ऋतुराज गायकवाड़ (141.5), केएल राहुल (136.36), शुभमन गिल (147.4) और यहां तक कि हिटमैन कहे जाने वाले रोहित शर्मा (145.4) भी इस मामले में कोहली से काफी पीछे हैं। वहीं पिछली 7 पारियों की बात करें तो कोहली ने 170 से अधिक के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की है। ऐसे में कोई वजह दिखाई नहीं पड़ती कि आखिर विराट कोहली को स्ट्राइक रेट के लिए क्यों ट्रोल किया गया।
क्रिकेटरों पर संन्यास लेने का दबाव
दरअसल, विराट कोहली की उम्र 35 को पार कर चुकी है। आमतौर पर करियर के इस पड़ाव पर आने के बाद लोग क्रिकेटरों पर संन्यास लेने का दबाव बनाने लगते है। फिलहाल कोहली के अलावा रोहित शर्मा भी कहीं ना कहीं इस समस्या से पीड़ित हैं। विशेष रूप से विराट कोहली की बात करें तो पूरे आईपीएल 2024 सीजन के दौरान लोग उन्हें धीमी पारियां खेलने के लिए ट्रोल करते रहे हैं। क्या इन दावों में कुछ सच्चाई है? इसी सवाल का जवाब जानने के लिए विराट कोहली के कुछ आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
छक्कों की बारिश कर रहे हैं कोहली
विराट कोहली एक पावर हिटर होने से ज्यादा टाइमिंग के साथ शॉट खेलने में विश्वास रखते हैं। उन्हें ज्यादा चौके लगाने के लिए जाना जाता है मगर IPL 2024 में उन्होंने अपने प्राकृतिक स्वभाव से बाहर आकर खूब हवाई शॉट खेले हैं। यही कारण है कि वो सीजन में सबसे ज्यादा छक्के लगाने के मामले में दूसरे स्थान पर हैं। अभी तक आईपीएल 2024 में 35 सिक्स लगा चुके अभिषेक शर्मा इस लिस्ट में टॉप पर हैं। वहीं कोहली के नाम अभी तक 33 छक्के हैं। सबसे ज्यादा सिक्स लगाने के मामले में ट्रेविस हेड, निकोलस पूरन और हेनरिक क्लासेन जैसे पावर हिटर भी उनसे पीछे हैं।
बल्लेबाजी में निरंतरता पर सवाल गलत
कोहली की बल्लेबाजी में निरंतरता पर भी सवाल उठाना गलत प्रतीत होता है। RCB के पूर्व कप्तान, कोहली अब तक 13 पारियों में 66.1 के लाजवाब औसत से 661 रन ठोक चुके हैं। फिलहाल ऑरेंज कैप उन्हीं के पास है और दूसरे स्थान पर मौजूद ऋतुराज गायकवाड़ इतनी ही पारियां खेलने के बाद कोहली से 78 रन पीछे हैं। इन 13 पारियों में कोहली ने एक शतक और 5 अर्धशतक लगाए हैं। उनकी बल्लेबाजी में निरंतरता का एक सबूत यह भी है कि मौजूदा सीजन की 8 पारियों में उन्होंने 40 या उससे ज्यादा रन बनाए हैं। इतने शानदार आंकड़ों के बाद भी कोहली को आड़े हाथों लेना शायद सही नहीं है।