जालंधर बस स्टैंड के पास प्राइम टावर के सामने बनी पार्किंग में उस समय हंगामा हो गया। जब नगर निगम की पार्किंग कह कारिंदे की तरफ से वाहन चालकों से पैसे वसूले जा रहे थे। जिसका विरोध मार्केट के लोगों ने शुरू किया तो मौके से कारिंदा भाग गया।
मार्केट के लोगों ने थाना बारादरी में शिकायत दी ताकि कोई बड़ा हंगामा न हो जाए। मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मचारी ने कारिंदे से जब पूछताछ करनी चाही तो उसने कोई जवाब नहीं दिया और मौके से चला गया।
मार्केट कमेटी के प्रधान एसपी अरोड़ा, वाइस प्रेसीडेंट विद्या सागर, सेक्रेटरी संदीप अरोड़ा ने कहा कि इस बात की शिकायत नगर निगम को करेगें ताकि अवैध रुप से वसूली जा रही पार्किंग बंद करवाई जा सके।
गाड़ी की पचास रुपए फीस
रमनीक आनंद ने बताया कि उनका ऑफिस प्राइम टावर के अंदर है। उनकी ही बिल्डिंग में दो बैंक हैं। कुछ दिनों से शिकायत मिल रही थी कि बिल्डिंग के सामने वाली खाली जगह पर कोई पार्किंग फीस वसूल रहा है। जब भी कोई गाड़ी पार्क करके जाता है तो उससे 50 रुपए पर्ची के हिसाब से लिए जाते हैं।
जिन लोगों को तो पता नहीं है कि यहां कोई पर्ची नहीं लगती। वह कोई पैसा नहीं देते हैं। लेकिन काफी लोग पर्ची के पैसे देकर ही आते हैं। लेकिन जब लगातार पर्ची वसूलने के दौरान हुए हंगामे की खबर उनके पास पहुंची तो मार्केट के सदस्यों को साथ लेकर पार्किंग की पर्ची वसूल रहे कारिंदे से पूछताछ की तो उसने कहा कि नगर निगम द्वारा पार्किंग की पर्ची वसूली जा रही है।
नकली निकली पर्चीयां
जब कारिंदे ने पर्चियां दिखाई वह सब नकली थी और न ही उस पर किसी तरह से निगम की मोहर लगी हुई थी। रमनीक आनंद ने कहा कि जब भी पार्किंग अलॉट होती है तो सबसे पहले टेंडर निकाले जाते हैं और पूरी तैयारी के साथ ही पार्किंग अलॉट की जाती है।
लेकिन इस लाइन में जितनी भी पार्किंग है वह सभी अवैध हैं। इसके बारे में निगम अधिकारियों को पता भी है। उसके बावजूद गलत काम हो रहा है। जिसे बर्दाश्त नहीं किए जाएगा। अगर कोई एटीएम से 1000 रुपए निकलवाने के लिए आएगा तो उसे 50 रुपए पर्ची के देने पड़ जाते हैं। अवैध रुप से वसूली जा रही पार्किंग को लेकर जल्द ही निगम अधिकारियों को शिकायत करेंगे।