अमेरिका ने पाकिस्तान के आतंकी इरादों को बड़ा झटका दिया है। अमेरिका ने द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। TRF पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा की एक शाखा है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस संबंध में पूरी जानकारी दी। सबसे अहम बात यह है कि अमेरिका ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के लिए भी TRF को ज़िम्मेदार ठहराया है। इस हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी।
TRF को आतंकी संगठन घोषित किया
जिसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका ने बड़ा कदम उठाते हुए TRF को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया है। जिसके बाद भारत ने ट्रंप के बजाय विदेश मंत्री मार्को रूबियो को इसके लिए धन्यवाद दिया है। अमेरिका के इस फैसले का भारत सरकार ने स्वागत किया है। साथ ही विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग कि तरफ से द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और एक विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित करने के निर्णय का स्वागत करती है।
अमेरिका का यह फैसला भारत के साथ रिश्तों को दर्शाता
मंत्रालय ने कहा कि TRF को आतंकवादी घोषित करना महत्वपूर्ण कदम है। साथ ही अमेरिका का यह फैसला भारत के साथ के रिश्तों को दर्शात है। साथ ही भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाए हुए है. यह काम अंतरराष्ट्रीय सहयोग से आगे भी जारी रहेगा।
विदेश मंत्री ने जाहीर की खुशी
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस फैसले पर खुशी जाहिर की है और पोस्ट करते हुए X पर लिखा कि यह फैसला भारत अमेरिका के आतंकवाद के खिलाफ सहयोग की पुष्टि करता है। उन्होंने मार्को रूबियो को धन्यवाद दिया और लिखा कि लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के एक प्रतिनिधि, TRF को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित किया। उसने 22 अप्रैल के पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी