चीन एक वक्त सस्ते स्मार्टफोन और कार बनाने के हब के तौर पर जाना जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं हैं। भारत का फोकस मेक इन इंडिया की तरफ शिफ्ट हुआ जिसके बाद भारत घरेलू स्तर पर स्मार्टफोन और कार पार्ट्स बना रहा हैं। वहीं भारत चीन को अर्थव्यवस्था में पीछे छोड़ रहा है। जबकि दूसरे देश लगातार चीन के कर्ज में फंसते गए। लेकिन कोरोना महामारी ने हालात बदल दिए।
बता दें कि टाटा ने अब चीन की चिंता बढ़ा दी हैं। दरअससल टाटा ग्रुप की तरफ से घरेलू स्तर पर चिपसेट बनाने और लीथियम ऑयन बैटरी स्टोरेज बैटरी फैक्ट्री लगाई जाएगी। ऐसे में आने वाले दिनों में भारत में कार और स्मारर्टफोन की कीमत कम हो सकती है।
चेयरमैन किया ऐलान
टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने ऐलान किया है कि उनकी तरफ से एक बड़ा सेमींकडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट गुजरात के धोलेरा में लगाया जाएगा। अभी तक और स्मार्टफोन बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली बैटरी चीन या ताइवान जैसे देशों से एक्सपोर्ट की जाती थी, लेकिन अब टाटा समूह भारत में लोकल स्तर पर चिपसेट और बैटरी बनाएगा।
2 महीनों में बनेगा प्लांट
चंद्रशेखरन ने अगले दो महीनों में गुजरात के साणंद शहर में 20 गीगावाट लिथियम-आयन स्टोरेज बैटरी फैक्ट्री का निर्माण शुरू करने की समूह की योजना की पेश की है।