Second solar eclipse of the year is going to happen this month : इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को लगने वाला है। इस ग्रहण का समय रात 09:13 पीएम से अगले दिन सुबह 03:17 एएम तक रहेगा। यह ग्रहण बेहद लंबा होगा और इसकी अवधि करीब 6 घंटे की रहेगी। हालांकि, साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भी भारत में नजर नहीं आएगा, क्योंकि ये ग्रहण रात में लगेगा। ये खगोलीय घटना धार्मिक और वैज्ञानिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण है। इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल 2024 को लगा था।
कब शुरू होगा सूतक काल?
ज्योतिषाचार्य, न्यूमेरोलॉजिस्ट और एस्ट्रो वास्तु विशेषज्ञ डॉ. गौरव कुमार दीक्षित ने बताया कि आमतौर पर सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पूर्व सूतक काल शुरू हो जाता है। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। पूजा-पाठ, मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है। गर्भवती महिलाओं को भी सूतक काल में कई सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है।
सावधानी बरतने की सलाह
हालांकि, जब सूर्य ग्रहण का सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा तो लोगों को इसे लेकर किसी तरह की सावधानी बरतने की जरूरत नहीं है। आप चाहें, तो इस दौरान भगवान का नाम ले सकते हैं। क्रूर कर्म, सुई धागा का इस्तेमाल, भोजन बनाने जैसे कामों से बचना चाहिए। यह सूतक और ग्रहण काल केवल पूजा भजन एवं तंत्र क्रियाओं के लिए शुभ होता है। इसमें आप किसी मंत्र का जाप करते हैं तो आपको उसका 10 गुणा अधिक फल मिलता है।
कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण?
भारत में साल का दूसरा सूर्य ग्रहण तो नहीं दिखेगा लेकिन आर्कटिक, अर्जेंटीना, फिजी, चिली, पेरू, ब्राजील, न्यूजीलैंड, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर, दक्षिण अमेरिका आदि समेत कई अन्य देशों में भी इस अद्भुत खगोलीय घटना को देखने का अनुभव लोग पा सकेंगे। आपको बता दें कि जब पृथ्वी का चक्कर लगाते हुए चंद्रमा सूर्य और धरती के बीच आ जाए तो सूर्य ग्रहण लगता है।