तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कल (बुधवार) इस्तीफा दे दिया था। लेकिन शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने उनका इस्तीफा रद्द कर दिया है। जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा था कि विरसा सिंह वल्टोहा लगातार मेरे और मेरे परिवार पर लगातार आरोप लगा रहे थे। यहां तक कि मेरी जाति भी परखी गई। इस दौरान वह काफी भावुक हो गए।
एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा है कि कई सालों से SGPC सिख मुद्दों का प्रतिनिधित्व करती आ रही है। वहीं एसजीपीसी सभी तख्त साहिबानों के जत्थेदारों का दिल से सम्मान करती है। उनका कहना है कि सिखों को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है और सभी को मिल कर एसजीपीसी को बचाना होगा।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने वीडियो के जरिए कहा था कि वह जत्थेदारी से इस्तीफा दे रहे हैं। वे भारत सरकार और पंजाब सरकार से अपील करते हैं कि उन्हें दी गई सभी सुविधाएं और सुरक्षा वापस ले ली जाए, वे इन्हें अफोर्ड नहीं कर सकते। वे एक विनम्र सिख की तरह एक छोटे से घर में रहते हैं।
वल्टोहा ने लगाए थे आरोप
दरअसल बीते दिनों विरसा सिंह वल्टोहा ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों पर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार पर आरएसएस और बीजेपी दबाव बना रहा है। यह दबाव सुखबीर सिंह बादल को पार्टी अध्यक्ष पद से हटाने के लिए बनाया जा रहा है। ताकि पार्टी को नेतृत्वहीन बनाया जा सके।
श्री अकाल तख्त साहिब ने पेशी के लिए बुलाया
श्री अकाल तख्त साहिब ने 13 अक्टूबर को लिखित में विरसा सिंह वल्टोहा को 15 अक्टूबर को 9 बजे तक पेश होने के आदेश दिए। जिसमें साथ ही यह भी कहा गया था कि अगर वो उस समय तक पेश नहीं हुए तो हुए तो यह माना जाएगा कि विरसा सिंह वल्टोहा ने जत्थेदारों पर दबाव बनाने के लिए उनके चरित्र हनन की कोशिश की है।
10 साल के लिए पार्टी से बाहर निकाला जाए
जिसके बाद वल्टोहा श्री अकाल तख्त साहिब के सामने पेश हुए। श्री अकाल तख्त साहिब ने पाया कि वल्टोहा के पास कोई ठोस सबूत नहीं हैं। जिसके बाद उन्होंने आदेश दिए कि वल्होटा को 10 साल के लिए पार्टी से बाहर निकाला जाए। क्योंकि उन्होंने जत्थेदारों का अपमान किया है। वल्टोहा ने विश्वासघात किया है और बिना इजाजत के रिकॉर्डिंग की है। उन्होंने हाल पूछने के बहाने धमकी दी है। जिस कारण उन्हें अकाली दल से 24 घंटे के अंदर पार्टी से बाहर निकला जाए।
वल्टोहा ने बीते दिन किया पार्टी छोड़ने का ऐलान
शिरोमणि अकाली दल के नेता विरसा सिंह वल्टोहा ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के हुक्म को मानता हूं। इससे अकाली दल विरोधी शक्तियां जरूर खुश होंगी।
अकाली दल ने स्वीकार किया इस्तीफा
शिरोमणि अकाली दल के कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंग भूंदड़ ने विरसा सिंह वल्टोहा का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। जत्थेदारों पर लगाए गए आरोपों के बाद कल श्री अकाल तख्त साहिब ने वल्टोहा को 24 घंटे के अंदर पार्टी से बाहर निकालने के आदेश दिया था। जिसके बाद शाम को वल्टोहा ने पार्टी से इस्तीफे देने का ऐलान किया था।