पंजाब की सियासत में रसूख रखने वाले राणा परिवार को Securities and Exchange Board of India (SEBI) से बड़ा झटका लगा है। SEBI ने Rana Sugar Limited (RSL) के निदेशक मंडल समेत 5 फर्मों को दो साल के लिए बैन कर दिया है RSL सहित 6 फर्मों, चेयरमैन, एमडी, डायरेक्टर व प्रमोटर, राणा परिवार के सदस्य व अन्य समेत 15 पर 63 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
SEBI के मुख्य महाप्रबंधक की ओर से जारी फाइनल आर्डर में 45 दिन के अंदर उक्त राशि का ऑनलाइन भुगतान का निर्देश दिया गया है। साथ ही RSL को पांच फर्मों से 15 करोड़ रुपये की जुर्माना राशि 60 दिन में रिकवर करने के भी आदेश जारी किए हैं। 27 अगस्त को फाइनल आर्डर जारी हुए हैं।
इसमें RSL के प्रमोटरों व प्रमोटर से संबंधित संस्थाओं की ओर से RSL से फंड के डायवर्जन, आरएसएल के वित्तीय विवरणों में गलत बयानी समेत कई कार्रवाई में आरोपी पाया गया। जिससे SEBI एक्ट-1992, SEBI के पीएफयूटीपी रेगुलेशन-2003 और एलओडीआर रेगुलेशन-2015 के प्रावधानों का उल्लंघन हुआ है। इसकी जांच अवधि वित्तीय वर्ष 2014-15 से वित्त वर्ष 2020-21 तक मानी गई है।
SEBI की जांच में ये लगे आरोप
SEBI की जांच में अन्य बातों के साथ-साथ आरोप लगाया गया कि कंपनी ने अपने प्रबंध निदेशक, अध्यक्ष और परिवार के अन्य सदस्यों सहित अपने प्रमोटर निदेशकों के साथ मिलकर RSL के प्रबंध निदेशक और उनके परिवार के सदस्यों की ओर से अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित कुछ निजी सीमित कंपनियों का उपयोग करके कंपनी के धन को डायवर्ट करने की योजना तैयार की थी।
इन निजी कंपनियों को संबंधित पक्ष के रूप में नहीं दिखाया गया, भले ही ये अप्रत्यक्ष रूप से RSL के प्रमोटरों द्वारा इसके प्रबंध निदेशक सहित नियंत्रित थीं और परिणामस्वरूप इन निजी कंपनियों के साथ लेनदेन को भी संबंधित पक्ष के लेन-देन के रूप में नहीं दिखाया गया।
इन पर लगा 2 साल का बैन
इस पर SEBI ने RSL के एमडी-कम-प्रमोटर इंद्रप्रताप सिंह राणा, चेयरमैन-कम-प्रमोटर रणजीत सिंह राणा, डायरेक्टर-कम-प्रमोटर वीरप्रताप सिंह राणा, गुरजीत सिंह राणा, करण प्रताप सिंह राणा, राजबंस कौर राणा, प्रीतइंद्र सिंह राणा, सुखजिंदर कौर (राणा परिवार सदस्य), मनोज गुप्ता और पांच फर्म फ्लालेस ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड, सेंचुरी एग्रो प्राइवेट लिमिटेड, जेआर बिल्डिर्स प्राइवेट लिमिटेड, आरजे टैक्सफैब प्राइवेट लिमिटेड, आरजीएस ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड की स्टॉक मार्केट में प्रवेश पर रोक लगा दी है।
इन सभी को इस आदेश के लागू होने की तारीख से दो साल की अवधि के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सिक्योरिटीज मार्केट से खरीद, बिक्री या अन्यथा लेनदेन करने या किसी भी तरह से बाजार से जुड़े होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
राणा परिवार के 8 लोगों पर बैन
SEBI की ओर से जारी आर्डर में RSL के एमडी-कम-प्रमोटर इंद्रप्रताप सिंह राणा, चेयरमैन-कम-प्रमोटर रणजीत सिंह राणा, डायरेक्टर-कम-प्रमोटर वीरप्रताप सिंह राणा, गुरजीत सिंह राणा, करण प्रताप सिंह राणा, राजबंस कौर राणा, प्रीतइंद्र सिंह राणा, सुखजिंदर कौर को दो साल के के लिए किसी अन्य लिस्टिड कंपनी के निदेशक या प्रमुख प्रबंधकीय व्यक्ति के रूप में कोई भी पद धारण करने से भी बैन किया गया है।
63 करोड़ रुपये के भुगतान के आदेश
SEBI ने इस नोटिस के मिलने से 45 दिन के भीतर RSL समेत 6 फर्मों व राणा परिवार के 8 सदस्यों व एक अन्य व्यक्ति पर लगे 63 करोड़ रुपये के जुर्माने की राशि के ऑनलाइन भुगतान के आदेश जारी किए हैं।
जानें किस पर कितना लगा जुर्माना
- राणा शुगर लिमिटेड-07 (राशि करोड़ में)
- इंद्रप्रताप सिंह राणा-09
- रणजीत सिंह राणा-05
- वीरप्रताप सिंह राणा-05
- गुरजीत सिंह राणा-04
- करणप्रताप सिंह राणा-04
- राजबंस कौर-04
- प्रीत इंद्र सिंह राणा-03
- सुखजिंदर कौर-03
- मनोज गुप्ता-04
- फ्लालेस ट्रेडर्स प्रा.लिम.-03
- सेंचुरी एग्रो प्रा.लिम.-03
- जेआर बिल्डर्स प्रा.लिम.-03
- आरजे टैक्सफेब प्रा.लिम.-03
- आरजीएस ट्रेडर्स प्रा.लिम.-03
एईको ये खास हिदायत
SEBI के आर्डर में RSL को यह खास हिदायत है कि उसकी ओर से पांच फर्मों फ्लालेस ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड, सेंचुरी एग्रो प्राइवेट लिमिटेड, जेआर बिल्डिर्स प्राइवेट लिमिटेड, आरजे टैक्सफैब प्राइवेट लिमिटेड, आरजीएस ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड से 15 करोड़ रुपये की जुर्माना राशि की रिकवरी जाएगी। इसके लिए एक प्रतिष्ठित लाॅ फर्म को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(एनएसई) की सलाह से 60 दिनों के भीतर नियुक्त करेगी। यह लाॅ फर्म बकायों की वसूली के लिए एनएसई की देखरेख में काम करेगी।
पंजाब की सियासत में राणा परिवार का है बड़ा रसूख
गुरजीत सिंह राणा मौजूदा दौर में कपूरथला से कांग्रेस विधायक हैं। कांग्रेस की सरकार में दो बार मंत्री भी रहे हैं और सांसद भी रह चुके हैं। जबकि RSL के एमडी इंद्रप्रताप सिंह राणा सुल्तानपुर हलके से विधायक हैं और गुरजीत सिंह राणा के बड़े बेटे हैं। इंद्रप्रताप सिंह पहली बार सुल्तानपुर लोधी से आजाद चुनाव लड़े और जीते। राजबंस कौर राणा विधायक गुरजीत सिंह राणा की धर्मपत्नी और पूर्व विधायक हैं। सुखजिंदर कौर भी पूर्व विधायक हैं।