बांग्लादेश में भड़की हिंसा को देखते केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को एक पत्र लिखा है। बिट्टू ने बांग्लादेश में धार्मिक स्थलों पर हमलों पर चिंता व्यक्त की और ढाका में स्थित सिख धार्मिक स्थलों और देश में हिंदू मंदिरों की सुरक्षा की मांग की है।
बिट्टू ने विदेश मंत्री को एक ऑफिशियल लेटर लिखते हुए विदेश मंत्री से आग्रह किया कि वे बांगलादेश में सेना के अधिकारियों के समक्ष ढाका में स्थित दो ऐतिहासिक सिख धार्मिक स्थलों गुरुद्वारा नानक शाही और गुरुद्वारा संगत टोला की सुरक्षा का मुद्दा उठाएं।
गुरु नानक देव जी ने किया था ढाका दौरा
उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी और गुरु तेग बहादुर साहिब ने ढाका का दौरा किया था और उनकी याद में ये गुरुद्वारे बनाए गए थे।
बिट्टू ने कहा कि बांग्लादेश में सिखों की आबादी बहुत कम है और कुछ भारत विरोधी तत्व धार्मिक स्थलों पर उत्पात मचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय सिख धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। उन्होंने बांग्लादेश और भारत में सिख समुदाय को आश्वासन दिया कि भारत सरकार सिख तीर्थस्थलों की सुरक्षा के लिए कदम उठाएगी।
बांग्लादेश में हिंसा का कारण
बांग्लादेश में हिंसा की लहर फैलने का कारण यह है कि प्रदर्शनकारी 1971 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण वाली कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। पहले जब हिंसा भड़की थी, तो कोर्ट ने कोटे की सीमा को घटा दिया था।
पर बावजूद इसके, हिंसा का सिलसिला थम नहीं पाया और प्रदर्शनकारी अब प्रधानमंत्री शेख हसीना से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इस स्थिति के चलते अब तक 11,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।