पंजाब में किसानों ने 15 नवंबर से सभी टोल प्लाजा बंद करने का ऐलान किया है। उत्तर भारत के 20 किसान संगठनों ने कहा कि सरकार किसानों की परेशानियों व समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। जिसके चलते उन्हें एक बार फिर बड़ा संघर्ष शुरू करना पड़ेगा। किसान नेताओं की मांग है कि सभी फसलों की MSP पर खरीद और फसलों के दाम को सुनिश्चित करने के लिए गारंटी कानून बनाया जाए। इसका फैसला स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर होना चाहिए।
किसान संगठनों में एकता जरूरी
दिल्ली मार्च के दौरान किए गए पुलिस मुकदमों को रद्द किया जाए। लखीमपुर खीरी हत्याकांड में न्याय दिया जाए। किसानों की मांगों को मनवाने के लिए सभी किसान संगठनों में एकता जरूरी है। इसके लिए 4 सदस्यीय कमेटी ने जगजीत सिंह डल्लेवाल के संयुक्त किसान मोर्चा, गैर राजनीतिक मोर्चा और 32 किसान संगठनों के साथ बैठक की गई, जिसके बाद ये फैसला लिया गया।
सरकार का पुतला जलाकर मनाया जाएगा दशहरा
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर, जसविंदर सिंह लोंगोवाल, जरनैल सिंह कालेके और अमरजीत सिंह मोहरी ने कहा कि 23 और 24 अक्टूबर को सरकार के पुतले जलाकर दशहरा मनाया जाएगा। इसी के साथ उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत श्रमिकों को 200 दिनों का रोजगार दिया जाना चाहिए। नशीले पदार्थों पर रोक लगा दी जाए। बाढ़ प्रभावित इलाकों में किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए 50 हजार करोड़ रुपए का विशेष पैकेज जारी किया जाए।