हिमाचल की राजधानी शिमला में मस्जिद के अवैध निर्माण गिराने को लेकर हिंदू संगठनों ने अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। हिंदू संगठनों ने शिमला के संजौली में सड़क पर हनुमान चालीसा पढ़ा और श्रीराम के नारे लगाए। प्रदर्शन उग्र होता देख पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी। पर इसे हिंदू संगठनों ने तोड़ दिया
पुलिस ने किया लाठीचार्ज
बैरिकेडिंग तोड़ने के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए 2 बार लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया। इसके साथ ही पीछे धकेलने के लिए वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों की तरफ से पत्थरबाजी शुरू हो गई। इसमें एक पुलिसकर्मी जख्मी हो गया है। जबकि एक प्रदर्शनकारी को भी चोट लगी है।
कई हिंदू नेता हिरासत में, पूरे इलाके में ड्रोन से निगरानी
संजौली में पुलिस ने हिंदू जागरण मंच के नेता कमल गौतम को हिरासत में ले लिया है। हिंदूवादी संगठनों का दावा है कि उनके एक दर्जन नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। ड्रोन से इलाके में निगरानी रखी जा रही है। ढली टनल के पास आवाजाही बंद कर दी गई है।
इस वजह से किया जा रहा प्रदर्शन
दरअसल शिमला के संजौली रोड पर आजादी से पहले एक मस्जिद बना हुआ है। इस मस्जिद का साल 2010 में निर्माण कर पक्का किया जाने लगा। जिसकी एक नगर निगम में शिकायत की गई। नगर निगम 35 बार अवैध निर्माण तोड़ने का आदेश जारी कर चुका है। पर बावजूद मस्जिद का अवैध निर्माण नहीं तोड़ा गया है।
हाल ही में एक विशेष समुदाय ने एक व्यक्ति को पीट दिया था। जिसमें हिंदू संगठनों ने मस्जिद का अवैध निर्माण गिराने की मांग शुरू कर दी। उन्होंने संजौली में एक सितंबर और चौड़ा मैदान में 5 सितंबर को प्रदर्शन किया।
इसके बाद 7 सितंबर को कमिश्नर कोर्ट में 45वीं बार सुनवाई हुई। यहां वक्फ बोर्ड ने कोर्ट को मालिकाना हक के दस्तावेज जमा कराए। कोर्ट ने इस मामले में 5 अक्टूबर को सुनवाई तय की है और संबंधित जूनियर इंजीनियर (JE) को फ्रेश स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।
आपको बता दें कि सिर्फ शिमला में ही नहीं बल्कि मंडी और कसम्पुटी में भी अवैध मस्जिद को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।