कांग्रेस व विपक्ष के नेता प्रताप बाजवा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के चैलेंज को स्वीकार कर लिया है। इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करके दी है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि भगवंत मान तुम्हारा दिया हुआ चैलेंज मुझे स्वीकार है। इसके साथ ही उन्होंने एक शर्त भी रखी है।
सुप्रीम कोर्ट के जज के सामने हो बहस
प्रताप बाजवा ने लिखा कि भगवंत मान तुम्हारा दिया हुआ चैलेंज मुझे स्वीकार है। यह बहस विधान सभा में नहीं बल्कि कहीं आम जगह पर होने चाहिए। बहस की अगुवाई देश के मानयोग सुप्रीम कोर्ट का कोई रिटायर जज या वह शख्सियत जो चारों पार्टियों के पर सहमति करने वाला हो।
बहस को मीडिया करे कवरेज
भरोसा दो कि इस बहस को मीडिया का हर चैनल कवरेज करेगा। विधानसभा की तरह केजी मीडिया कैमरों पर कंट्रोल नहीं होना चाहिए।
CM भगवंत मान ने 1 नवंबर तक का दिया है समय दिया
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट किया कि भाजपा प्रधान जाखड़ जी, अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल और कांग्रेस के राजा वड़िंग-प्रताप बाजवा को मेरा खुला निमंत्रण है कि रोज-रोज किच-किच की बजाय आओ हम पंजाबियों और मीडिया के सामने बैठ कर पंजाब को अब तक किसने लूटा, भाई-भतीजे साले-जीजे, दोस्त, टोल प्लाजे, जवानी, किसानी, व्यापार-दुकानदार, गुरुओं की वाणी, नहरों का पानी सभी मुद्दों पर लाइव बहस करें।
आप अपने साथ कागज भी ला सकते हो पर मैं मुंह जुबानी बोलूंगा। 1 नवंबर 'पंजाब दिवस' वाला दिन ठीक रहेगा। आपको तैयारी के लिए समय भी मिल जाएगा। मेरी तो पूरी तैयारी है क्योंकि सच बोलने के लिए रट्टे नहीं लगाने पड़ते।