पेट्रोल-डीज़ल के रेट देश में एक बार फिर से कम हो सकते हैं। दरअसल केंद्र सरकार ने कच्चे तेल से विंडफॉल टैक्स हटाने का फैसला किया है। केंद्र सरकार के इस फैसले न केवल ऑयल कंपनियां बल्कि आम लोगों को भी राहत मिलेगी। क्योंकि टैक्स हटने से तेल के रेट में गिरावट देखने को मिल सकती है।
संसद में वित्त राज्य मंत्री का ऐलान
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने राज्यसभा में कहा कि इंटरनेशनल मार्किट में तेल की कीमतों में स्थिरता आने के बाद यह फैसला लिया गया है। इस फैसले से तेल कंपनियों को सस्ते दाम पर कच्चा तेल उपलब्ध होगा। जानकारों की मानें तो केंद्र सरकार के इस फैसले से तेल कंपनियों को काफी मुनाफा होगा।
कंपनियों को नहीं देनी पड़ेगी एक्सपोर्ट ड्यूटी
इसमें रिलायंस और ONGC जैसी कंपनियां शामिल है। इससे कंपनियों को कच्चे तेल पर देने वाला एक्सपोर्ट ड्यूटी देनी पड़ेगी। ऐसे में जब कंपनियों को कच्चा तेल कम दाम पर मिलेगा, तो उन पर पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने का भी दबाव बनेगा। ऐसे में संभावना है कि पेट्रोल-डीजल के दाम में गिरावट आएगी।
जानें क्या होता है विंडफॉल टैक्स
दरअसल विंडफॉल टैक्स 2022 में उस समय लगाया गया जब इंटरनेशनल मार्किट में तेल की कीमतें अत्यधिक बढ़ गई थीं। इसका मकसद है कि कंपनियों के मुनाफे पर अंकुश लगाना और उन्हें घरेलू बाजार में आपूर्ति बढ़ाने के लिए प्रेरित करना। वहीं दर की बात करें तो कच्चे तेल पर ₹23,250 प्रति टन टैक्स।
3 साल में सरकार ने कितना रेवेन्यू कमाया
- 2022: ₹25,000 करोड़
- 2023: ₹13,000 करोड़
- 2024: ₹6,000 करोड़