पेट्रोल और डीजल कीमतों में कटौती जल्द देखने को मिल सकती है। इंतजार कर रहे लोगों के लिए सरकार की ओर से ताजा अपडेट आ रहा है। अगर तेल की कीमतों में बदलाव होता है तो ये 6 महीने बाद होगा। आखिरी बार 14 मार्च 2024 को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती की गई थी।
जानकारी के मुताबिक, हाल के दिनों में ईंधन की कीमतों में कमी के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन अब सरकार ने इस पर अपना स्पष्ट जवाब दिया है। पेट्रोलियम सेक्रेटरी पंकज जैन ने कहा कि देश की ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (OMC) ही ईंधन की कीमतों में कटौती पर अंतिम निर्णय लेंगी।
कच्चे तेल के रेट कम बने रहे तो लिया जा सकता है फैसला
अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव कुछ समय तक कम बने रहते हैं, तो सरकारी तेल कंपनियां कीमतों में कटौती पर विचार कर सकती हैं। जैन ने यह जानकारी एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान दी है।
भारत में 3 प्रमुख सरकारी तेल कंपनियां—इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL), और भारत पेट्रोलियम (BPCL)—ईंधन की खुदरा बिक्री करती हैं। ये कंपनियां हर इंचरनेशन मार्केट में कच्चे तेल के भाव के आधार पर डीजल और पेट्रोल की कीमतों की समीक्षा करती हैं।
मार्च में 2 रुपए सस्ता हुआ था पेट्रोल-डीजल
बता दें कि कुछ दिनों में ईंधन की कीमतों में कटौती खबरें चल रही थी। आखिरी बार डीजल और पेट्रोल की कीमतों में कटौती मार्च में 2 रुपए प्रति लीटर की कमी की गई थी। अब 6 महीने बाद भी ईंधन के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
कच्चे तेल में कितनी गिरावट
पेट्रोलियम मंत्रालय के पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 6 महीनों में भारतीय बास्केट में कच्चे तेल की कीमतों में 20.61% की गिरावट आई है। अप्रैल 2024 में कच्चे तेल का भाव 89.44 डॉलर प्रति बैरल था, जो अब घटकर 71 डॉलर प्रति बैरल हो गया है। इसके बावजूद, पिछले 30 महीनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में सिर्फ दो बार कटौती की गई है।
10 रुपए सस्ता हो सकता है पेट्रोल
तेल कंपनियों ने रिफाइनरी मार्जिन से अच्छा मुनाफा कमाया है। 2022-23 में एक बैरल तेल रिफाइन करने पर कंपनियों को 18 डॉलर (9.57 रुपये प्रति लीटर) का मुनाफा हुआ, जबकि 2023-24 में यह मार्जिन 6.50 रुपये प्रति लीटर रहा। अगर कंपनियां इस मार्जिन का आधा भी मुनाफा ग्राहकों को दें, तो पेट्रोल 10 रुपये और डीजल 6-8 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो सकता है।