ख़बरिस्तान नेटवर्क, जालंधर : पंजाब सरकार द्वारा हर एक उपभोक्ता को 600 यूनिट माफ किए गए हैं। लेकिन एससी,बीसी कैटागिरी के उपभोक्ताओं को सबसे ज्यादा फायदा है। क्योंकि उन्हें 600 यूनिट के बाद जो यूनिट खपत होते हैं। उसका बिल ही देना पड़ता है।
दोबारा से करवाना होगा फॉर्म जमा
इस बार जो बिल एससी, बीसी उपभोक्ताओं को पावरकॉम की तरफ से सर्कुलेट किए गए हैं। उसमें 600 यूनिट बिल्कुल भी माफ नहीं है। इस कैटागिरी के ज्यादातर उपभोक्ताओं को इस बार 0 बिल नहीं आया है। बल्कि पूरा बिल ही एससी, बीसी कैटेगरी के उपभोक्ताओं को देना होगा। पहले इन उपभोक्ताओं का बिल अगर 620 यूनिट आता था तो मात्र 20 यूनिट का ही बिल अदा करते थे। लेकिन अब 620 यूनिट का ही बिल देना पड़ेगा। जैसे जनरल उपभोक्ताओं को देना पड़ता है। एससी,बीसी कैटेगरी के उपभोक्ताओं को डब्ल्यूएसडी यानि वीकर सेक्शन डिपार्टमेंट में रखा गया है। जिसका दोबारा से फॉर्म जमा करवाना होगा। उसके बाद ही इन कैटेगरी के उपभोक्ताओं को लाभ मिल पाएगा।
दफ्तरों के चक्कर लगा रहे उपभोक्ता
डब्ल्यूएसडी कैटेगरी के उपभोक्ता अपना बिजली का बिल ठीक करवाने के लिए दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं। अधिकारियों से कह रहे हैं कि उनका बिल इस बार ज्यादा आया है और उन्हें 600 यूनिट का लाभ नहीं मिला। इसका हल करवाया जाए। पावरकॉम के अधिकारियों का कहना है कि विभाग की तरफ से एक नोटिस जारी किया गया था। जिसमें दोबारा से फार्म जमा करने के लिए उपभोक्ताओं को कहा गया था। लेकिन काफी उपभोक्ताओं ने अपना सर्टीफिकेट जमा नहीं करवाया। जिस कारण उन उपभोक्ताओं को डब्ल्यूएसडी कैटेगरी से बाहर कर दिया गया है।
दोबारा से ले सकते हैं लाभ, जमा करवाएं फार्म
एससी,बीसी कैटेगरी के उपभोक्ता इसका लाभ ले सकते हैं। दोबारा से उन्हें डब्ल्यूएसडी फार्म जमा करवाना होगा। जिसके बाद उपभोक्ताओं का बिल उतना ही आएगा। जो माफ किए गए यूनिट से अधिक की खपत करेगें। डिप्टी चीफ इंजीनियर ने कहा कि इस बारे में अगर किसी तरह की दिक्कत परेशानी उपभोक्ताओं को आ रही है तो उसके बारे में सुबह जानकारी हासिल करेगें।