जालंधर के सिद्ध शक्ति पीठ श्री देवी तालाब मंदिर में पेरिस ओलिंपिक में शूटिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली मनु भाकर ने माथा टेका। मनु शनिवार को अमृतसर के गोल्डन टेंपल में भी नतमस्तक हुई। उन्होंने कहा कि उन्हें यह सौभाग्य पहली बार मिला है कि वह पंजाब के ऐसे प्रसिद्ध मंदिरों में पहुंचीं।
मनु ने कहा कि यहां आकर उन्हें शांति मिली है। उन्होंने युवाओं से कहा कि युवाओं को एक लक्ष्य तय करना चाहिए और फिर उसके लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। जब आप लक्ष्य तय करते हैं तो उसे हासिल करने में ईश्वर भी आपका साथ देते हैं।
उन्होंने अमृतसर के अटारी बॉर्डर में कल शाम वाघा बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी का भी आनंद लिया था। इस मौके पर उन्होंने समारोह में बीएसएफ जवानों का हौसला भी बढ़ाया। बीएसएफ अधिकारियों ने उनका अभिनंदन किया।
वहां रिट्रीट सेरेमनी के बाद मनु भाकर ने कहा कि मैं पहली बार पंजाब आई हूं और बहुत सुना था कि अमृतसर में वाघा बॉर्डर है, जहां भारत-पाकिस्तान के बॉर्डर मिलते हैं।
जानें शूटर मनु के बारे में
मनु भाकर ने 2018 आईएसएसएफ विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और दो गोल्ड मेडल जीते। वह आईएसएसएफ विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय हैं। उन्होंने 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। वह पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल हुई थीं। उन्होंने एशियाई खेलों में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल टीम स्पर्धा में ईशा सिंह और रिदम सांगवान के साथ मिलकर भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता।
मनु भाकर साल 2024 में ओलंपिक गेम्स में शामिल हैं जो फ्रांस की राजधानी पेरिस में 26 जुलाई से लेकर 11 अगस्त तक होने हैं (Olympic 2024 Paris)।