Mrityu Panchak is going to happen after 7 days, do not do this work even by mistake, it is not considered auspicious : सनातन धर्म में 5 दिवसीय पंचक मनाया जाता है। इसे शुभ नहीं माना जाता। अगर आप कोई भी शुभ काम करते हैं तो उसका फल आपको नहीं मिलता इसलिए यह जानना जरूरी है कि पंचक कब से शुरू हो रहा है और कितने समय तक रहेगा। दिसंबर के दूसरे हफ्ते में पंचक लगेगा। इसकी शुरुआत 7 दिसंबर को सुबह 5:04 बजे होगी। पंचक 11 दिसंबर को सुबह 11:48 बजे खत्म होगा। इस दौरान 8 दिसंबर को भद्रा काल भी रहेगा।
पंचक क्या है
ग्रहों की स्थिति के कारण हर 27 दिन में पंचक लगता है। जब चंद्र देव धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र में भ्रमण करते हैं तो ज्योतिष में इस स्थिति को पंचक कहा जाता है। पंचक की अवधि पांच दिन की होती है। इस दौरान हर व्यक्ति को बहुत सावधान रहना चाहिए। कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
क्या न करें
इस पांच दिवसीय अवधि में कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, नवजात शिशु से संबंधित कोई भी संस्कार जैसे अन्नप्रासन आदि नहीं करना चाहिए। इन पांच दिनों में कोई भी नया काम शुरू नहीं करना चाहिए। अगर प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने की योजना है, तो उसे भी पांच दिनों के लिए टाल देना चाहिए। पैसे का कोई बड़ा लेन-देन नहीं करना चाहिए। अगर आप व्यापार करते हैं, तो कोई भी बड़ा सौदा करने से बचें। लाभ के बजाय नुकसान हो सकता है।
तो क्या करें
पंचक के दौरान यात्रा करने से भी बचना चाहिए। खासकर दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसी यात्रा कोई शुभ फल नहीं देती, बल्कि नुकसान की संभावना रहती है। अगर किसी कारणवश आपको दक्षिण दिशा की यात्रा करनी पड़ रही है, तो यात्रा शुरू करने से पहले कुछ कदम पीछे हट जाएं। इसके बाद पीछे मुड़कर दक्षिण दिशा की ओर मुंह करें। यात्रा करते समय विशेष सावधानी बरतें। वाहन सावधानी से चलाएं। किसी अजनबी पर भरोसा न करें। किसी को भी बड़ी रकम उधार न दें। अपने पार्टनर पर भी नज़र रखें।