खबरिस्तान नेटवर्क: सनी देओल की फिल्म जाट इन दिनों खूब सुर्खियों में बनी हुई है। फिल्म में कुछ सीन का ईसाई समुदाय के लोगों ने कड़ा विरोध किया था। ऐसे में जालंधर में सनी देओल, रणदीप हुड्डा, जाट के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। ऐसे में अब विवादित सीन को लेकर फिल्म के निर्माताओं और बाकी टीम के सदस्यों ने माफी मांगी है। बीती शाम उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की। उसमें उन्होंने ईसाई समुदाय के लोगों से माफी मांगी है।
हमारा मकसद धार्मिक भावनाओं को आहत करना नहीं
फिल्म में विवादित सीन को लेकर फिल्म के निर्माताओं और बाकी टीम के सदस्यों ने माफी मांग ली है। शुक्रवार को देर शाम शेयर की गई सोशल मीडिया पोस्ट में जाट फिल्म की टीम ने कहा कि- 'हमारा मकसद किसी भी धर्म या व्यक्ति की भावनाओं को आहत करना नहीं था। आप लोगों के द्वारा रोष जताए जाने के कारण उक्त विवादित सीन हटा दिए हैं। इस गलती के लिए हमें खेद है। दोबारा हम उन लोगों से माफी मांगते हैं जिनकी भावनाएं आहत हुई है'। इसे लेकर फिल्म मेकर्स की ओर से पोस्टर भी जारी हुआ है।
जालंधर में दर्ज हुई थी एफआईआर
ईसाई समाज ने पंजाब में फिल्म के विरोध में प्रदर्शन किया था। इसके बाद फिल्म के मेकर्स ने विवादित सीन हटा दिए थे। पंजाब के जालंधर में एफआईआर के बाद उन्होंने ये फैसला लिया था। एक दिन पहले ईसाई समुदाय के अल्टीमेटम के बाद बॉलीवुड एक्टर सनी देओल और रणदीप हुड्डा के साथ-साथ 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। ईसाई समुदाय ने आरोप लगाया था कि जाट फिल्म में चर्च वाले सीन के कारण उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। ईसाई समुदाय के लोगों के द्वारा जालंधर में भी प्रदर्शन किया गया था। उन्होंने फिल्म पर बैन लगाने की मांग भी उठाई थी। प्रदर्शन के बाद जालंधर के सदर थाने में सनी देओल, रणदीप हुड्डा, विनीत कुमार, निर्देशक गोपी चंद, निर्माता नवीन मालिनेनी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
रणदीप हुड्डा ने किया ईसा मसीह का अपमान
ईसाई समुदाय के नेता ने 15 अप्रैल को जालंधर कमिश्नरेट पुलिस को इस बारे में शिकायत दी थी। अपनी शिकायत में उन्होंने कहा था कि कुछ दिन पहले थिएटर्स में रिलीज हुई फिल्म जाट में एक्टर रणदीप हुड्डा ने ईसा मसीह और हमारे धर्म में इस्तेमाल होने वाली पवित्र चीजों का अपमान किया है। गोल्डी ने कहा कि रणदीप हुड्डा चर्च के अंदर प्रभु ईसा मसीह की तरह खड़े थे और हमारे आमीन शब्द का अपमान कर रहे हैं।
चर्च पर करेंगे हमला
विकलाव गोल्डी के अनुसार, फिल्म में यह कहा गया है कि आपके प्रभु ईसा मसीह अभी सो रहे हैं और उन्होंने ही मुझे भेजा है ऐसे में जो लोग ईसा मसीह के विरोधी हैं वो ऐसी फिल्में देखकर हमारी चर्चों पर हमला करेंगे। इसे देखकर देश विदेश में रहने वाले ईसाई समुदाय में भी गुस्सा है। इस विवादित सीन के बाद ईसाई समुदाय के नेताओं ने पुलिस अधिकारियों को एफआईआर दर्ज करने के लिए दो दिन का समय दिया था। उन्होंने कहा था कि यदि केस दर्ज नहीं हुआ तो वह बड़े स्तर पर इसके बारे में प्रदर्शन करेंगे। ऐसे में पुलिस ने गुरुवार को ही इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।