ख़बरिस्तान नेटवर्क, जालंधर : जालंधर-अमृतसर हाईवे पर तैयार पीएपी आरओबी को चौड़ा करने का काम अधर में लटका हुआ है। NHAI की तरफ से कई बार इसकी प्लानिंग की गई और ड्राइंग भी तैयार की। उसके बावजूद भी पीएपी आरओबी को चौड़ा नही किया जा सका। कई बार रेलवे ने इस पर आब्जेक्शन लगाए। जिसके बाद नेशनल हाईवे ने इस प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
इस प्रोजेक्ट के कारण हजारों लोग हर परेशान हो रहे हैं। गुरु नानक पुरा फाटक और और रामा मंडी में हर रोज जाम जैसी स्थिति बनी रहती है और लोगों को 4 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए सांसद सुशील रिंकू ने वीरवार को नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की और पीएपी चौक पर नए आरओबी के निर्माण में देरी का मसला उठाया।
दो सालों से अधर में लटका, ट्रैफिक जाम से जूझ रहे लोग
सांसद सुशील रिंकू ने कहा कि पिछले दो साल से यह प्रोजेक्ट लटका हुआ है, जिसमें देरी की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। एक तरफ जहां रोजाना ट्रैफिक जाम होता है, वहीं दुर्घटनाओं के कारण लोगों की जान का भी खतरा बना रहता है। साल 2020 को रेलवे को इस प्रोजेक्ट की जीएडी भेजी गई थी। लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी रेलवे की तरफ से प्रोजेक्ट को मंजूरी नहीं दी गई। नए आरओबी के बनने से शहर से अमृतसर की तरफ जाने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी, जिन्हें फिलहाल काफी परेशानी पेश आ रही है।
इसकी वजह यह है कि अमृतसर की तरफ जाने के लिए मौजूदा फ्लाईओवर पर चढ़ने का कोई प्रावधान ही नहीं है और लोगों को रामामंडी चौक से घूम कर वापस आना पड़ता है ताकि अमृतसर रोड की तरफ जा सके। इस आरओबी के रास्ते में 132 केवी ट्रांसमिशन लाइन भी आ रही है, जिसे शिफ्ट करने का प्रोजेक्ट भी आरओबी के साथ ही शुरू किया जाए, जिस पर लगभग 18 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
DPR तैयार की जाए, रेलवे मंजूरी दे तो तुरंत काम शुरू किया जाए
सुशील रिंकू ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से कहा कि पीएपी आरओबी की डीपीआर दोबारा से तैयार किया जाए। जिसके बाद रेलवे इसकी मंजूरी तुरंत दे तो काम शुरू करवाया जा सके और टेंडर लगाए जा सकें। केंद्रीय मंत्री ने इस प्रोजेक्ट को जल्द अमल में लाने का आश्वासन दिया है, साथ ही कहा है कि वह NHAI के अधिकारियों को इससे संबंधित सारी प्रक्रिया तेजी से मुकम्मल करने के लिए कहेंगे।