लुधियाना में बीती रात खुड्डा मोहल्ला में जूता कारोबारी गुरविंदर सिंह प्रिंकल की दुकानों पर बाइक सवार 4 से 5 बदमाशों ने गोलियां चला दी। जिसमें जूता कारोबारी प्रिंकल को गोलियां लगी है। प्रिंकल ने भी क्रॉस फायरिंग की। वहीं, क्रॉस फायरिंग में गैंगस्टर रिषभ बेनिपाल उर्फ नानू और सुशील जट्ट के भी गोलियां लगी। इस मामले में जूता कारोबारी हनी सेठी ने वीडियो जारी कर सफाई दी है।
जानकारी के मुताबिक, प्रिंकल के 4 गोलियां कंधे और छाती पर लगी है। जिसे CMC फोर्टिस अस्पताल दाखिल करवाया है। वारदात के करीब 7 घंटे बाद रिषभ बेनीपाल और सुशील जट्ट को CIA की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।
DCP ने किए कई खुलासें
इस मामले में डीसीपी इंवेस्टीगेशन शुभम अग्रवाल, एसीपी अनिल भनौट व थाना डिवीजन नंबर 3 प्रभारी अमृतपाल शर्मा ने मीडिया के समक्ष खुलासा किया है।
डीसीपी ने बताया कि पुलिस ने गुरविन्द्र सिंह उर्फ प्रिंकल निवासी 32 सैक्टर चंडीगढ़ रोड़ के बयान पर गैंगस्टर ऋषभ बैनीपाल उर्फ नानू, सुशील कुमार, विपुल शर्मा, साहिल सपरा, आकाश जाट, हनी सेठी, हरप्रीत सिंह, एडवोकेट गगनप्रीत सिंह, ससुर रजिन्द्रपाल सिंह, साले सुखविन्द्र पाल सिंह व 2-3 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
प्रिंकल महिला मित्र भी हुई थी घायल
डीसीपी शुभम अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार देर शाम रंजिशन नानू ने अपने साथियों के साथ मिलकर प्रिंकल पर हमला कर उसे घायल कर दिया था। घटना में दुकान में बैठी प्रिंकल की पार्टनर महिला मित्र भी घायल हुई थी। जवाबी फायरिंग में प्रिकंल ने 7-8 राऊंड फायर किए। जिनमें 3 गोलियां नानू के ओर 4 गोलिया सुशील को लगी है।
एक्टिवा छीनकर हुए थे फरार
आरोपी भागते हुए टिब्बा रोड़ के रहने वाले एक राजकुमार नामक व्यक्ति से गन प्वाइंट पर एक्टिवा छीनकर फरार हो गए जिन्हें पुलिस ने देर रात्रि थाना डिवीजन नंबर 5 के इलाके दुर्गा माता मंदिर के निकट से काबू कर लिया है जबकि अन्य आरोपियों की तलाश में छापामारी की जा रही है। पुलिस को शुक्रवार देर सांय घटनास्थल पर से 32 बोर की एक पिस्टल ओर 5 जिंदा कारतूस व 17 खोल बरामद हुए है। बरामद पिस्टल नानू गैंग का है जो कि अवैध है।
हनी सेठी ने कहा- मेरे साथ हुई धक्केशाही
इस मामले में हनी सेठी ने कहा कि मेरे साथ धक्केशाही हुई है। पिछली बार भी मेरे से 10 दिन जेल में लगवाए गए। उस समय भी मेरी कोई गलती नहीं थी। मेरी गलती सिर्फ यह थी कि मैं उस मामले में कार्रवाई करवाना चाहता था। मेरे परिवार के साथ भी प्रिंकल ने धक्केशाही की थी।
प्रिंकल और नानू की आपसी दोस्ती थी
हनी सेठी ने कहा कि समाज के कुछ लोग उस मामले में आए जिनके कहने पर मैंने और प्रिंकल दोनों ने अपने केस वापस ले लिए। अब प्रिंकल और नानू की आपसी दोस्ती थी। प्रिंकल की शादी के बाद इनकी रंजिश पड़ गई। आज पता चला मुझे कि नानू ने कुछ युवकों के साथ मिलकर प्रिंकल की दुकान पर गोलियां चलाई है।
झूठा केस दर्ज करवा जेल भेजा
हनी ने कहा कि गोलियां मारने वालों में मेरा नाम लिखा गया है। पहले मुझ पर झूठा केस दर्ज करवा 10 दिन तक मुझे जेल भेजा।प्रिंकल और मेरे बीच कुछ कॉमन दोस्त है, जिनसे मैंने प्रिंकल का हाल पूछा। लेकिन अब ये लोग मेरे साथ ही धक्केशाही कर रहे है।
मेरे दो छोटे बच्चे
हनी सेठी ने कहा कि मेरे दो छोटे बच्चे है। मैं कारोबार करने वाला अब व्यक्ति हूं। मेरी खुद की दुकान पर 20 से 25 लोग काम करते है। मैं किसी को मारने जैसा काम नहीं कर सकता। मेरी मां और पत्नी तक को इन लोगों ने गलत कहा मैंने तब भी कुछ नहीं कहा तो अब इससे क्या बदला लूंगा।