पंजाब में विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासत गरमाई हुई है। पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर बयानबाजी दे रहे हैं। वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने पूर्व मुख्यमंत्री और जालंधर सासंद चरणजीत सिंह चन्नी का MEETOO केस उठाया है। जो सोशल मीडिया काफी वायरल हो रहा है।
चन्नी ने नीटू शटरांवाले का कारोबार छीना
बिट्टू ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर वीडियो शेयर कर कहा कि तीन महीने तक मुख्यमंत्री रहने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी ने नीटू शटरांवाले का कारोबार छीन लिया। बिट्टू ने चन्नी की एक वीडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर दिखाई जिसमें वह सांप पकड़ते दिख रहे हैं। वहीं, बिट्टू ने कहा कि चन्नी की एक अन्य क्लिप दिखाई जिसमें चन्नी एक शिक्षिका की पीठ पर हाथ रखे हैं और अंगुली उनकी मुड़ी हुई है।
बिट्टू ने इस उंगली मुड़ी को चन्नी का ट्रेड मार्क बताया। उन्होंने कहा कि चन्नी मंत्री और मुख्यमंत्री रहते हुए बच्चों की स्कूलों में जाकर किस तरह की हरकतें कर रहे हैं। उसके बाद चन्नी पर Meetoo केस हुआ। Meetoo के नेशनल वूमेंस कमीशन के चेयरमैन ने चन्नी के खिलाफ सूओ मोटो लिया था।
चन्नी को बताया ओलंपियन
बिट्टू ने चन्नी पर निशाना साधते हुए कहा वह वो ओलंपियन है जो मुख्यमंत्री रहे हैं, चुनाव में अपनी दोनों सीटों से हार गए। एक सीट से तो चन्नी की जमानत ही जब्त हो गई। चन्नी को मैंने कई बार समझाया कि आप किसी के बारे गलत ना बोला करो।
MEETOO के खिलाड़ी रह चुके
उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि वह MEETOO के भी अच्छे खिलाड़ी रह चुके हैं। वह किसी पर टिप्पणी करने से पहले अपने अंदर के MEETOO हंटर को मारे। ये घर में बुलाने के लायक नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरा मुंह मत खुलवाए। बिट्टू ने कहा कि सीएम रहते चन्नी ने पता नहीं कितने ही नीटू शटरांवाले का काम छीन लिया।
जब सीएम बने तो केस बंद करवा दिया
चन्नी ने एक IAS महिला ऑफिसर के साथ ऐसी शेरो- शायरी की कि उन्हें मजबूर होकर आफिसर को अपनी एसोसिएशन में शिकायत करनी पड़ी। जब चन्नी मुख्यमंत्री बने तो केस को बंद करा दिया। उस समय वूमेन कमीशन की चेयरमैन मनीषा गुलाटी थी। उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि बेशक सरकार ये केस बंद कर दे, लेकिन महिला आयोग इस केस को बंद नहीं करेगा। आज भी केस चल रहा है।