लोकसभा सीट 2024: पंजाब में कुल 13 लोकसभा सीट हैं। जिनमें बठिंडा भी उनमें से एक है। इसमे 9 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं। 2012 के विधानसभा चुनावों के लिए कुछ क्षेत्रों के सीमा में परिवर्तन किया गया। मौर, भुच्चो मंडी, भटिंडा ग्रामीण, और तलवंडी साबो अब नए विधानसभा क्षेत्र हैं। बठिंडा पंजाब का बहुत पुराना शहर माना जाता है। यह मालवा इलाके में है। 1952 में यहां पहला लोकसभा चुनाव हुआ था, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सरदार हुकुम सिंह विजयी रहे थे। दिल्ली से बठिंडा की दूरी करीब 320 किलोमीटर है।
2009 से अकाली दल का राज
2009 से हरसिमरत कौर बादल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधत्व कर रही है। 2009 के आम चुनाव में, हरसिमरत कौर ने युवराज रिनंदर सिंह (कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे) को 1,20,948 वोटों के अंतर से हराया। 2014 के आम चुनावों में उन्होंने मनप्रीत सिंह बादल को 19,395 वोटों के अंतर से हराया और 2019 में अमरिंदर सिंह राजा वडिंग 21,722 वोटों के अंतर से हरसिमरत कौर बादल से हार गए।
2014 में 77.16 प्रतिशत वोट डले थे
2014 चुनाव में इस सीट पर INC को हराकर के प्रत्याशी हरसिमरत कौर बादल विजयी रहे। वहीं 2009 लोकसभा चुनाव में SAD ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। 17वीं लोकसभा चुनने के लिए 2019 को हो रहे आम चुनाव के 7 चरण में बठिंड़ा सीट पर मतदान हुआ है। 2014 लोकसभा चुनाव में कुल 77.16 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया।
परिचय: बठिंडा में एक खास किला है किला मुबारक। यह किला ईंट का बना सबसे पुराना और ऊंचा स्मारक है। इसके अलावा यहां बठिंडा झील लखी जंगल, रोज गार्डन काफी फेसम हैं। इन जगहों पर रोज काफी लोग घूमने आते हैं। बठिंडा अनाज बाजार भारत के बड़ा बाजारों में से एक है। कहा जाता है बठिंड़ा के जंगलों में गुरु गोबिंद सिंह जी ने चुमक्का ताकतों को ललकारा था और उनसे लड़े थे। बठिंडा अनाज बाजार भारत के बड़ा बाजारों में से एक है।
जनसंख्या: भारत की 2011 की जनगणना के अनुसार 1388525 की आबादी के साथ बठिंडा जिला पंजाब में 9वें स्थान पर है, जो पंजाब राज्य की कुल आबादी का 19.98% है।
मतदाताओं की जनसंख्या: बठिंडा में विधानसभा क्षेत्र 92 है। कुल मतदाताओं की संख्या 227341 है। कुल मतदान केंद्र 244 और कुल केंद्र स्थान 84 है।
ये रहे विजेता
1952 सरदार हुकम सिंह (INC)
अजित सिंह
1957 सरदार हुकम सिंह (INC)
अजित सिंह
1962 धन्ना सिंह गुलशन (अकाली दल)
1967 किकर सिंह (अकाली दल) (संत समूह)
1971 भान सिंह भौरा (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी)
1977 धन्ना सिंह गुलशन (SAD)
1980 हाकम सिंह (INC)
1984 तेजा सिंह दर्दी (SAD)
1989 बाबा सुच्चा सिंह (SAD) (अमृतसर)
1991 केवल सिंह (INC)
1996 हरिंदर सिंह खालसा (SAD)
1998 चतिन सिंह सामौन
1999 भान सिंह भौरा (ICP)
2004 परमजीत कौर गुलशन (SAD)
2009 से लेकर 2019 तक हरसिमरत कौर बादल