Khar Maas to start in March 2024 : इस बार साल 2024 का पहला खर मास मार्च में आ रहा है। ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार, एक हिंदू वर्ष में 2 बार खर मास आता है। खर मास के दौरान शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन आदि की मनाही होती है। इस दौरान और भी कई नियमों का पालन करना होता है। हालांकि वर्तमान में जानकारी के अभाव में अधिकांश लोगों को इन नियमों की जानकारी नहीं है। आगे जानते हैं खर मास और इससे जुड़ी हर खास बात…
क्या होता है खर मास? (Khar Maas 2024)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य हर 30 दिन बाद राशि बदलता है। इस तरह सूर्य लगभग 365 दिनों में एक राशि चक्र पूरा कर लेता है। इसे एक सौर वर्ष कहते हैं। राशि चक्र के दौरान सूर्य गुरु ग्रह के स्वामित्व वाली राशि धनु और मीन में भी प्रवेश करता है। जब तक सूर्य इन दोनों राशियों में होता है तो उस समय को खर मास कहते हैं। मान्यता है कि देवगुरु के संपर्क में आने से सूर्य के शुभ प्रभाव में कमी आ जाती है, इसलिए खर मास के दौरान शुभ कार्य नहीं होते।
कब से कब तक रहेगा खर मास? (Khar Maas 2024)
मार्च 2024 में सूर्य 14 तारीख को मीन राशि में प्रवेश करेगा। ऐसा होते ही खर मास शुरू हो जाएगा और मांगलिक कामों पर रोक लग जाएगी। सूर्य इस राशि में 14 अप्रैल तक रहेगा यानी पूरे एक महीने कोई भी शुभ काम नहीं हो सकेगा। हर साल सूर्य लगभग इसी तारीख पर मीन राशि में आता और निकलता है। इसलिए खर मास का समय भी निश्चित होता है।
इस महीने में क्या करें-क्या नहीं? (Khar Maas 2024)
धर्म ग्रंथों के अनुसार खर मास में मांगलिक कार्य जैसे विवाह, मुंडन आदि नहीं करना चाहिए। इस महीने में भूलकर भी मांस-मदिरा का सेवन न करें। साथ ही साथ तामसिक चीजें जैसे लहसुन-प्याज आदि खाने से भी बचें। खर मास के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें। इस महीने में भगवान के मंत्रों का जाप करें और जरूरतमंदों को दान करें।