Sun God will Transit in All Four Phases : जब सूर्य देव श्रवण नक्षत्र के चारों चरणों से होकर गुजरेंगे, जिसका प्रभाव न सिर्फ व्यक्ति बल्कि देश-दुनिया, वैवाहिक, आर्थिक, पारिवारिक और करियर पर भी पड़ेगा। सूर्य ने 24 जनवरी 2024 को श्रवण नक्षत्र में गोचर किया था। जिसके बाद 7 फरवरी तक वह इस नक्षत्र में रहेंगे। आपको बता दें कि श्रवण नक्षत्र के देवता श्रीहरि विष्णु हैं और इसके ग्रह स्वामी चंद्र देवता हैं। श्रवण नक्षत्र का नक्षत्र मंडल में 22वां स्थान हैं। वहीं सूर्य देव एक राशि में करीब 30 दिनों तक रहते हैं। इस तरह से सूर्य राशि के तहत आने वाले अलग-अलग नक्षत्रों से होकर गुजरते हैं। हम आपको बताने जा रहे हैं कि सूर्य के श्रवण नक्षत्र में परिवर्तन का चारों चरणों पर कैसा प्रभाव होने वाला है।
सूर्य का पहला चरण
सूर्य देव श्रवण नक्षत्र के पहले चरण में मकर राशि में गोचर करेंगे। जिससे जातक का स्वास्थ्य अच्छा रहने के साथ बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद भी प्राप्त होगा। हालांकि इस दौरान स्वभाव में आक्रामता होने के कारण अपमान का भी सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आप अपने कार्यक्षेत्र में संभलकर काम करें क्योंकि अभी गलती होने से आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं परिवार के साथ भी अनबन का संयोग है, जिसके कारण मानसिक तनाव भी हो सकता है।
सूर्य का दूसरा चरण
श्रवण नक्षत्र के दूसरे चरण में सूर्य देव के प्रवेश करने धन-धान्य में बढ़ोत्तरी के योग हैं और समाज में मान-सम्मान भी बढ़ेगा। इस दौरान आपको नई-नई चीजों को सीखने की इच्छा होगी। साथ ही धन संबंधी चीजों को लेकर भी डर बना रह सकता है। जिसके कारण जातक के कुछ फैसले प्रभावित हो सकते हैं। इस अवधि में दूसरों की मदद करने की इच्छा जागृत हो सकती है और आपका मन धर्म-कर्म में लग सकता है।
सूर्य का तीसरा चरण
सूर्य देव जब श्रवण नक्षत्र के तीसरे चरण में गोचर करेंगे तो जातक की राजनीतिक विषयों में रुचि बढ़ती है। आप राजनीति में प्रवेश कर सकते हैं और नई-नई चीजों को जानने की इच्छा बनी रहेगी। इस अवधि में आप ऐतिहासिक और पौराणिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। वहीं घर में चली आ रही है परंपराओं का भी पालन करेंगे। सूर्य देव के इस गोचर से कई अधूरे कार्य पूरे होने की संभावना है और भाई-बहनों का सहयोग प्राप्त होगा।
सूर्य का चौथा चरण
श्रवण नक्षत्र के चौथे चरण में सूर्य देव के गोचर से जातक शिक्षा का प्रचार-प्रसार करता है। साथ ही व्यक्ति आसपास घटने वाली घटनाओं से भी प्रभावित होगा। हालांकि इस गोचर में माता-पिता से अनबन भी हो सकती है। जिसके कारण आपका रिश्ता प्रभावित हो सकता है। वहीं गुप्त शत्रुओं की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आप मित्रों के साथ घूमने का प्लान बना सकते हैं और नई चीजों को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं।