जालंधर में विजिलेंस ब्यूरों ने 49,800 रुपये की रिश्वत लेने के मामले में पुलिस कॉन्स्टेबल कंवरपाल सिंह को गिरफ्तार किया है। आरोपी को कोर्ट ने एक दिनके रिमांड पर भेज दिया है। बता दें कि कॉन्स्टेबल नकोदर में तैनात था।
इस संबंध में जानकारी देते हुए राज्य चौकसी ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त कॉन्स्टेबल को श्री मुक्तसर साहिब जिले के गांव मदरसा निवासी लखविंदर सिंह की ओर से मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार निवारण कार्यालय में दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि वह एक निजी कंपनी में सुरक्षा गार्ड है और उसने पीएच.जी. को काम पर रखा है। साल 2017 में, अपने चाचा की मृत्यु के बाद, जो जिला कमांडर, पंजाब होम गार्ड (पीएचजी) कार्यालय, फरीदकोट में कार्यरत थे, उन्होंने अनुकंपा के आधार पर नौकरी के लिए आवेदन किया।
साढ़े 6 लाख की कर रहा था मांग
इस संबंध में आरोपी कॉन्स्टेबल ने शिकायतकर्ता को अनुकंपा के आधार पर होम गार्ड में नौकरी दिलाने के लिए 6,50,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। प्रवक्ता ने आगे आरोप लगाया कि कॉन्स्टेबल ने उन से पहली किस्त के रूप में 50,000 रुपये देने को कहा।
फोन-पे के जरिए किए पैसे ट्रांसफर
इसके बाद आरोपी कॉन्स्टेबल ने बार-बार उस पर फोन-पे के माध्यम से अपने एचडीएफसी खाते में पैसे ट्रांसफर करने का दबाव डाला। जिसके कारण शिकायतकर्ता ने 4 लेनदेन में 10,000 रुपये (प्रति लेनदेन) ट्रांसफर किए और बाद में 9800 रुपये और ट्रांसफर किए। इस तरह शिकायतकर्ता ने उक्त कर्मचारी के एचडीएफसी खाते में कुल 49,800 रुपये भेज दिए।
प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान यह साबित हो गया है कि उक्त कॉन्स्टेबल ने शिकायतकर्ता से रिश्वत ली थी। इस जांच के आधार पर विजिलेंस ब्यूरो की जालंधर रेंज में आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की आगे की जांच जारी है