जालंधर शहर में निर्माणधीन बिल्डिंगों और दुकानों पर जाकर पैसे मांगने वाले फर्जी पत्रकारों का पर्दाफाश कमिश्नरेट पुलिस ने किया है। थाना रामा मंडी की पुलिस ने वीरवार को फर्जी पत्रकार सनी महेंद्रू, अजय निवासी अली मोहल्ला, मिस्टी निवासी भार्गव कैंप, मनप्रीत निवासी अवतार नगर के खिलाफ IPC की धारा 384, 420, 419 और 34 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
रिमांड पर लेकर होगी पूछताछ
एडीसीपी 1 गुरप्रताप सिंह सहोता ने बताया कि सभी को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेगी और पूछताछ करेगी। आरोपियों से पुलिस ने करीब पांच हजार रुपए और चार फोन बरामद किए हैं। 6 आरोपियों को हिरासत में लिया था। एक महिला और एक व्यक्ति को जांच के बाद छोड़ दिया गया। क्योंकि उनकी भागीदारी सामने नहीं आई।
तीन अलग-अलग जगह से वसूले थे फर्जी पत्रकारों ने पैसे
एडीसीपी 1 ने कहा आरोपी सनी महेंद्रु इन सभी का सरगना है और उसने बताया कि कोरोना के दौरान उसने अपना वेब पोर्टल शुरू किया था। पोर्टल न तो रजिस्टर था और न ही किसी अन्य संस्थान के साथ जुड़ा हुआ था। पूछताछ में सनी महेंद्रू ने बताया कि उन्होंने तीन जगह से पैसे लोगों से वसूले हैं। इसके बाद उन लोगों से संपर्क किया गया और इसकी पुष्टि भी हुई। कॉल डिटेल निकाली गई है, जिसके आधार पर जांच की जा रही है।
स्कैनर भेज कर पैसे की कर रहे थे मांग
एडीसीपी ने कहा कि सनी महेंद्रु और एक महिला जो अपने आप को निगम की कर्मचारी बता रही थी उसने अमरजीत सिंह को डरा धमका कर कहा कि अगर पैसे नहीं दिए तो बिल्डिंग सील हो जाएगी। 30 हजार पर देने के बाद 10 हजार रुपए की मांग और की गई। लगातार पैसे देने का दबाव बनाया जा रहा था और टोपी सनी महेंद्र ने स्कैनर भेज कर पैसे ट्रांसफर करने के लिए भी कहा। आरोपियों ने पीड़ित से एक लाख रुपए की मांग की थी। फर्जी पत्रकारों ने उनके घर की फोटो खींच ली और इसकी शिकायत नगर निगम जालंधर को देकर कार्रवाई करने की धमकी थी।
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मौके से दबोचा
एडीसीपी ने कहा की जब पीड़ित ने शिकायत दर्ज करवाई तो उसके बाद पुलिस भी सतर्क हो गई और जब आरोपी ने पैसे की दोबारा मांग की और पीड़ित अमरजीत ने उसको बुलाया तो मौके पर जाकर फर्जी पत्रकारों को दबोच लिया गया। जिसकी मौके पर वीडियो भी बनाई गई है।