ख़बरिस्तान नेटवर्क : इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान के साथ सीजफायर को लेकर बड़ा बयान दिया है। इंडियन आर्मी ने कहा कि DGMO (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) लेवल की कोई बातचीत निर्धारित नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स में चल रहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर आज खत्म हो रहा है, जिस कारण लोगों के बीच भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
सीजफायर खत्म करने की खबरें गलत
इंडियन आर्मी ने मीडिया में चल रही रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की जो खबरें चल रही है वह पूरी तरह से गलत है। DGMO लेवल की कोई भी बातचीत निर्धारित नहीं की गई है। 12 मई को सीजफायर को लेकर जो सहमति बनी है, उसके खत्म होने की कोई तारीख निर्धारित नहीं है।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल कुछ मीडिया चैनल्स की तरफ से खबरें चलाई जा रहीं थीं कि भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का समझौता आज खत्म हो रहा है। इसके साथ ही DGMO लेवल की बातचीत को लेकर भी कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। जिस पर इंडियन आर्मी ने बयान देकर मीडिया में चल रही खबरों का खंडन किया।
क्या होता है सीजफायर
दरअसल सीजफायर को दोनों देशों या फिर सेनाओं के बीच बातचीन और शांति बनाए रखने के लिए किया जाता है। इसमें दोनों देश मामले पर समाधान निकालने पर बातचीत करेंगे और अंतर्राष्ट्रीय सवालों का जवाब देना होगा। यह पहला मौका नहीं है जब दोनों देशों के बीच सीजफायर लागू हुआ हो।
सीजफायर का मतलब
सीजफायर का मतलब शांति नहीं होता है, बल्कि यह सहमति से रोकी गई लड़ाई होती है, जो खत्म नहीं हुई होती है। शांति तब मानी जाती है जब दोनों देशों के बीच स्थायी समझौता या फिर संधि हो। तब उसे शांति माना जाता है।
1971 में भी हुआ था युद्धविराम
इससे पहले 1971 में भारत-पाक के बीच हुई लड़ाई के दौरान भी युद्धविराम हुआ था। पहले ताशकंद समझौता और बाद में शिमला समझौता हुआ। लाइन ऑफ कंट्रोल जिसे LoC भी कहते हैं, उस पर पाकिस्तान समय-समय पर सीजफायर का उल्लंघन करता हुआ दिखा है।
10 मई से लागू हुआ सीजफायर
विदेश मंत्रालय ने कहा कि आज शाम 5 बजे से सीजफायर लागू। गोलीबारी रोकने पर दोनों देशों के बीच सहमति बनी। पाकिस्तान के DGMO (Director General of Military Operations) ने भारत के साथ बातचीत की पहल की। जिसके बाद भारत ने अपनी शर्तों पर सीजफायर लागू करवाया है।