प्रेग्नेंट होना हर महिला के बहुत ही अहम होता है। ऐसे में उसे हर कदम संभलकर रखना होता है। फिर चाहे बात खानपान की हो या फिर एक्सरसाइज से लेकर दवाओं के सेवन की। दरअसल ठण्ड में गर्भवती महिला की मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं।
उन्हें ज्यादा ध्यान रखना होता है। इस बारे में हमने जालंधर केआयुर्आवेदिक डीएवी कॉलेज की एचओडी डॉ. रेनू से जानकारी ली। आईये जानते हैं उन्होंने सावधानियां रखने को लेकर क्कया कहा है।
क्रीम और लोशन का यूज़
डॉ. रेनू के मुताबिक सर्दियों के दिनों में ठंडी व सूखी हवा की वजह से स्किन के नेचुरल मॉइश्चर और ऑयल खोने लगते हैं। साथ ही पेट बढ़ने से भी स्किन में खिंचाव आटा है जिस वजा से स्ट्रेच मार्क्स होने की सम्भावना रहती है।
ऐसे में स्किन को हाइड्रेट रखने के लिए क्रीम और लोशन का यूज़ करना बेहद जरुरी है। उन्होंने बताया कि ज्यादा ठंड में शरीर के अंदर ब्लड सर्कुलेशन भी प्रभावित होता है, जिस वजह से कई प्रकार की अन्य दिक्कत भी सामने आती हैं।
वहीँ इस दौरान शरीर का तापमान भी ऊपर नीचे होता है ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को ऊनी वस्त्र से खुद को गर्म रखने की जरूरत है। घर से बाहर निकलने पर भी अच्छे से गर्म कपड़े पहन कर ही जाने चाहिए।
अच्छी डाइट लें
डॉक्टर ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है। ऐसे में आसानी से बीमारियाँ उन्हें अपनी चपेट में ले लेते हैं। इस दौरान महिलाओं को संतुलित आहार लेने की जरूरत होती है।
इसमें वे सीजनल फल खा सकती हैं क्योंकि फल के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। साथ ही प्रेग्नेंसी में शरीर की स्वच्छता का भी ध्यान रखना जरुरी है। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। हो सके तो हल्का गुनगुना पानी अच्छा है।
सर्दियों में अक्सर लोग पानी पीना कम कर देते हैं। यह स्थिति हानिकारक हो सकती है।
इन लक्षणों को नजरअंदाज करने से बचें
यदि किसी प्रेगनेंट महिला को गले में खराश, खांसी, नाक बहना, सिरदर्द, बुखार या किसी प्रकार का बदन दर्द महसूस हो रहा है।
तो वे इन्हें इग्नोर बिलकुल भी न करें। अगर बुखार अधिक समय तक बना हुआ है और साथ में बलगम निकल रही है तो अपने डॉक्टर को दिखाएँ। उनके द्वारा बताई हुई मेडिसिन का ही सेवन करें।