पूरे पंजाब में पराली को लेकर सरकार ने अलग अलग तरह के प्रबंध किए हुए है। बता दें ये प्रबंध इसलिए किए जाते हैं ताकि पर्यावरण दूषित न हो पाए। पंजाब सरकार ने 8500 नोडल ऑफिसर भी नियुक्त किए है जो पूरे पंजाब में पराली को आग ना लगाई जाए की जांच पड़ताल करेंगे।
इसी के साथ अभी तक पराली जलाने के मामले 450 से 500 सामने आए है। तकरीबन 42 मामलों में 112000 का जुर्माना लगाया गया है।
पराली इकट्ठा करने पर किसानों को मिलेगी कीमत
पंजाब पॉल्यूशन बोर्ड के चीफ इंजीनियर डॉक्टर कनेश गर्ग का कहना है कि जल्द ही सरकार कुछ और प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर रही है जिसमें सरकार की तरफ से पराली को पूरे पंजाब भर से इकट्ठा किया जाएंगा और किसानों को इस की कीमत भी दी जाएगा।
सहयोग करने वाले किसानों को सम्मानित भी किया जाएगा
एक तरफ जहां पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई की जाएगी, वहीं दूसरी तरफ पराली न जलाकर सहयोग करने वाले किसानों को प्रशासन सम्मानित भी करेगा। इस साल पंजाब में धान की बंपर पैदावार के अनुमानों के साथ ही लगभग 20 मिलियन टन धान की पराली निकलने का भी अनुमान है। इसमें 3.3 मिलियन टन बासमती की पराली भी शामिल है।