हिमाचल प्रदेश की मंडी से सांसद व एक्ट्रेस कंगना रनौत अपनी नई फिल्म इमरजेंसी को लेकर काफी विवादों में है। अब कंगना के एक और बयान ने पंजाब में विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि जो लोग जरनैल सिंह भिंडरावाले का बचाव कर रहे हैं, उन्हें मैं बता दूं कि वो संत नहीं आतंकवादी था। इस बयान पर पंजाब में बीजेपी के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश ने इसकी कड़ी निंदा की है।
ऐसे बयानों से सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुचती है
बीजेपी के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश ने कहा कि कंगना रनौत को संत जरनैल सिंह और सिख समुदाय के खिलाफ अनावश्यक टिप्पणी करने से बचना चाहिए। ऐसी टिप्पणियों से सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचती है। उन्हें अनुशासन में रहना चाहिए। किसी को भी पंजाब में शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।
मेरी फिल्म में कुछ भी गलत नहीं- कंगना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंगना ने इंटरव्यू में कहा था कि ये हमारा इतिहास है, जिसे जानबूझकर छुपाया गया। हमें इसके बारे में नहीं बताया गया। भले लोगों का जमाना नहीं है। मेरी फिल्म रिलीज होने को तैयार है। मुझे सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल गया है। 4 इतिहासकारों ने मेरी फिल्म को सुपरवाइज किया है।
हमारे पास सारे डॉक्यूमेंट्स हैं। मेरी फिल्म में कुछ भी गलत नहीं है। लेकिन कुछ लोग भिंडरावाले को संत, लीडर और क्रांतिकारी कह रहे हैं। उन्होंने मेरी फिल्म को बैन करवाने की धमकी दी है। मुझे भी धमकियां मिली हैं।
कुछ लोगों को आपत्ति, जो दूसरों को भड़का रहे
पिछली सरकारों ने खालिस्तानियों को आतंकवादी कहा था। वो कोई संत नहीं जो मंदिर में AK47 लेकर बैठा हो। मेरी फिल्म पर बस कुछ लोगों को आपत्ति है जो कि दूसरों को भी भड़का रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि पंजाब के 99% लोगों को भिंडरावाले संत लगता होगा। वो एक आतंकी था और अगर वो आतंकी था तो मेरी फिल्म रिलीज होनी चाहिए।