भारत छोड़कर भागे आईपीएल के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी को बड़ा झटका लगा है। ललित मोदी ने वानुआतु जैसे छोटे से देश की नागरिकता ली थी। पर वानुआतु के प्रधानमंत्री जोथम नापत ने उन्हें बड़ा झटका देते हुए तुरंत प्रभाव से पासपोर्ट रद्द करने को कहा है। नागरिकता आयोग को तुरंत पासपोर्ट रद्द करने के आदेश दिए हैं। ललित मोदी ने 1.3 करोड़ रुपए देकर नागरिकता हासिल की थी।
वैध कारणों से ही दे नागरिकता - पीएम
वानुआतु के पीएम ने कहा कि मुझे यह जानकारी मिली कि इंटरपोल ने ललित मोदी को लेकर भारत सरकार की ओर से भेजे गए अलर्ट नोटिस को न्यायिक गवाही के अभाव में दो बार खारिज किया था। वनुआतु का पासपोर्ट रखना एक विशेषाधिकार है ना कि कोई अधिकार। ऐसे में याचिकाकर्ताओं को वैध कारणों से ही नागरिकता लेनी चाहिए।
इन वजहों से ली वानुआतु में शरण
बता दें कि वानुआतु दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक छोटा सा देश है। यहां की इकॉनमी खेती, टूरिज्म, मछली पकड़ने और विदेशी वित्तीय सेवाओं पर आधारित है। वानुआतु में निवेश आधारित नागरिकता है यानी पैसे देकर कर यहां की नागरिकता हासिल की जा सकती है। पासपोर्ट की बेचना भी सरकार की मुख्य इनकम का सोर्स है।
113 देशों में फ्री वीजा एंट्री
एक रिपोर्ट के मुताबिक 2025 तक वानुआतु का पासपोर्ट 113 देशों में बिना वीजा के प्रवेश की अनुमति देता है। वानुआतु का पासपोर्ट दुनिया में 51वें नंबर पर है, जबकि भारत इस लिस्ट में 80वें नंबर पर है। वानुआतु में कोई टैक्स नहीं देना पड़ता, न तो यहां इनकम टैक्स, न प्रॉपर्टी टैक्स और न ही कोई दूसरा टैक्स देना पड़ता है। पिछले दो सालों में 30 अमीर भारतीयों ने यहां की नागरिकता हासिल की है।
ललित मोदी पर हैं ये आरोप
ललित मोदी पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के उपाध्यक्ष रहते हुए हेराफेरी, मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999 (फेमा) का उल्लंघन करने का आरोप है। अनधिकृत फंड ट्रांसफर सहित वित्तीय कदाचार के लिए जांच के दौरान उन्होंने 2010 में भारत छोड़ दिया था। जिसके बाद वह लंदन चले गए थे।