How Rs 125 crore T20 World Cup prize money will be split: 29 जून को भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 7 रनों से हराकर अपना दूसरा टी-20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब अपने नाम किया। इसके बाद बीसीसीआई ने वर्ल्ड कप विनिंग टीम को 125 करोड़ रुपये का प्राइज मनी देने का ऐलान किया था। बीसीसीआई ने उस समय यह साफ कर दिया था कि यह प्राइज मनी खिलाड़ियों के साथ सपोर्ट स्टाफ और चयनकर्ताओं के बीच बांटी जाएगी।
15 खिलाड़ियों समेत कोच को सबसे अधिक 5-5 करोड़
उसके बाद से सभी के मन में एक ही सवाल था कि टीम में उस 125 करोड़ रुपये को कैसे बांटा जाएगा और किसके खाते में कितने रूपये आएंगे। तो अब इसको लेकर एक रिपोर्ट के अनुसार टी20 वर्ल्ड कप स्क्वॉड में शामिल 15 खिलाड़ियों समेत कोच राहुल द्रविड़ को सबसे अधिक 5-5 करोड़ रुपए मिलेंगे। वहीं रिजर्व खिलाड़ियों में शामिल रिंकू सिंह, खलील अहमद, आवेश खान और शुभमन गिल को भी इसमें से पैसे मिलेंगे।
सपोर्ट स्टाफ में मौजूद सदस्य को मिलेंगे इतने रूपये
रिपोर्ट में बताया गया है कि खिलाड़ियों के अलावा ढाई-ढाई करोड़ टीम के कोर कोचिंग स्टाफ में बांटे जाएंगे, जिसमें बैटिंग कोच विक्रम राठौर के साथ फील्डिंग कोच टी दिलीप और बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे शामिल हैं। वहीं 1-1 करोड़ रुपए का इनाम अजीत अगरकर की अगुवाई वाली सिलेक्शन कमेटी में शामिल 5 चयनकर्ताओं को मिलेगा जिन्होंने वर्ल्ड कप के लिए इस स्क्वॉड का चयन किया था।
टीम के लॉजिस्टिक्स मैनेजर को इनाम दिया जाएगा
बाकी बैकरूम स्टाफ को भी इस प्राइज मनी में से कुछ राशि दी जाएगी। तीन फिजियोथेरेपिस्ट, तीन थ्रोडाउन विशेषज्ञ, दो मालिश करने वाले और स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच को 2-2 करोड़ रुपये मिलेंगे। टीम के वीडियो एनालिस्ट, टीम के साथ ट्रैवल करने वाले बीसीसीआई स्टाफ सदस्य, जिसमें मीडिया अधिकारी भी शामिल हैं, और टीम के लॉजिस्टिक्स मैनेजर को भी यह इनाम दिया जाएगा।
तीन फिजियोथेरेपिस्ट व तीन थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट भी
बीसीसीआई सूत्र ने कहा कि, “खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ को बीसीसीआई से मिलने वाली पुरस्कार राशि के बारे में बता दिया गया है और हमने सभी से बिल जमा करने को कहा है।” बता दें, तीन फिजियोथेरेपिस्ट हैं कमलेश जैन, योगेश परमार और तुलसी राम युवराज; तीन थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट राघवेंद्र दवगी, नुवान उदेनेके और दयानंद गरानी, और दो मालिश करने वाले राजीव कुमार और अरुण कनाडे हैं। सोहम देसाई स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच हैं।