पंजाब में डॉक्टरों के बाद अब बिजली विभाग के कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। बिजली विभाग के सभी कर्मचारी 10,11 और 12 सितंबर के दिन काम नहीं करेंगे। यह फैसला जॉइंट फोरम पंजाब, बिजली कर्मचारी एकता मंच और जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन ने सरकार के मांगे न मानने पर किया है। जिस कारण आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
6 सितंबर को सरकार के साथ हुई थी मीटिंग
बिजली विभाग की तीनों सगंठनों ने बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओं के साथ मीटिंग की थी। पर यह मीटिंग बेनतीजा रही थी। बिजली विभाग के संगठनों का कहना है कि सरकार उन्हें कुछ देने को तैयार नहीं और सिर्फ बातें ही कर रही है। बिजली कर्मचारी जो काम करते हुए अपनी कीमती जान गंवा देते हैं, उन्हें शहीद का दर्जा और करोड़ों रुपए की आर्थिक सहायता तक देने को सरकार तैयार नहीं है।
ये हैं बिजली विभाग की मांगे
- ड्यूटी के दौरान मरने वाले कर्मचारी को शहीद का दर्जा और करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए।
- सब स्टेशन स्टाफ की प्रमुख मांगें आरटीएम से एएलएम में प्रमोशन का समय कम करना चाहिए।
- ओसी को पे बैंड देना, सब स्टेशन स्टाफ को सुरक्षा देना और ओवर टाइम देना होगा।
- पंजाब सरकार द्वारा जो भत्ते दोबारा जारी किए गए हैं उन्हें 2021 से लागू करना है।
- थर्ड स्केल प्रमोशन पर भरोसा किया जाए, रिक्त पदों पर भर्ती की जाए।
- पावरकॉम में दूसरे राज्यों से की जा रही भर्ती पर रोक लगाई जाए।