इलेक्शन कमिशन ने जालंधर सिविल अस्पताल के सिविल सर्जन जगदीप चावला और सीनियर मैडिकल अफसर सुखविंदर सिंह को शिकायत मिलने के बाद नोटिस भेजा है और उन्हें जवाब भी देने को कहा गया है। दरअसल दोनों मैडिकल अधिकारियों के खिलाफ ह्यूमन राइट्स के वेलफेयर सोसायटी ने शिकायत की थी।
ग्लोबल ह्यूमन राइट्स ने भेजी थी शिकायत
ग्लोबल ह्यूमन राइट्स वेलफेयर सोसायटी ने इलेक्शन कमिशन को भेजी अपनी शिकायत में कहा कि वह भारत की केंद्र सरकार के तहत काम कर रही है और अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ती है। समय-समय पर हमारी सोसायटी के सदस्य अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ विशेष विभागों और उनके अधिकारियों को शिकायतें भेजते हैं।
शिकायत के बावजूद नहीं करते सुनवाई
सोसायटी ने कहा कि हमने हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर जालंधर को मिलावटी खाने, अवैध गतिविधियों और मिठाई की दुकानों के निरीक्षण को लेकर को कई शिकायतें भेजीं। सिविल सर्जन जालंधर बहुत ही लापरवाह व्यक्ति हैं। क्योंकि न तो वह शिकायतें सुनते हैं और न ही उन पर कोई एक्शन लेते हैं।
कार्रवाई पूछने पर गलत बर्ताव किया
सोसायटी ने कहा कि हम यह शिकायत अवैध गतिविधियों के खिलाफ कर रहे हैं। जब हमने जगदीप चावला (सिविल सर्जन) शिकायतों पर की गई कार्रवाई के बारे में पूछा तो उन्होंने हमारी सोसायटी के सदस्यों के साथ बुरा बर्ताव किया।
सीनियर मैडिकल अफसर ने दिया यह बयान
वहीं इस पूरे मामले पर सिविल सर्जन जगदीप चावला से बात करनी चाही तो उनका फोन बंद आ रहा था। जबकि इस मामले पर सीनियर मैडिकल अफसर सुखविंदर सिंह ने कहा कि हमारे ध्यान में ऐसी कोई बात नहीं सामने नहीं आई है।