पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान आज सभी जिलों के डीसी के साथ मीटिंग की। मीटिंग में लोगों ने जो सुझाव दिए उन सभी पर चर्चा की गई। जिसके बाद उन्होंने प्रेस कॉनफ्रेंस की। सीएम मान ने कहा कि हर जिले में एक मुख्यमंत्री सहायता केंद्र खोला जाएगा। इस मीटिंग में सभी विकास प्रोजेक्टों और स्कीमों की समीक्षा की गई।
AI की मदद से सभी सरकारी दफ्तरों पर नजर रखी जाएगी
सीएम मान ने कहा कि मैं AI की मदद से सभी म रखूंगा। उन्होंने कहा कि AI की मदद से सभी सरकारी दफ्तरों पर नजर रखी जाएगी। हर एक महीने में रोस्टर जारी किया जाएगा। लोगों ने जो सुझाव दिए उन पर चर्चा की जाएगी। वहीं, सीएम मान ने पंजाब में भूजल का स्तर कम होने पर किसानों से नहरों का पानी इस्तेमाल करने के लिए अपील की।
रुके काम दोबारा होंगे शुरू
सीएम मान ने बताया कि 16 मार्च को लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई थी। इस वजह से विकास के काम रुक गए थे। भले ही वह स्कीम डोर-टू डोर गेहूं की सप्लाई हो या नौकरियां देने का मामला, शहीदों को सम्मान देने का मामला। अब सभी डीसी को स्कीमों को जल्दी से जल्दी शुरू करने की हिदायत दी गई है। उन्होंने बताया कि वह खुद तीन महीने पंजाब के प्रत्येक गांव तक आए। उनके पास कई सुझाव व शिकायतें आई, जिसे अब लागू किया जाएगा।
कल सभी जिलों के SSP के साथ मीटिंग
सीएम मान ने कहा कि अगर कोई अधिकारी पैसे मांगता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। भ्रष्टाचार बिल्कुल भी बर्दाशत नहीं करेंगे। भ्रष्टाचार का केस मिलता है तो उसके जिम्मेवार डीसी और SSP होंगे। वहीं सीएम ने बताया कि सभी जिलों के SSP के साथ मीटिंग होगी।
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के समय मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सभी जिलों का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने पंजाब के प्रत्येक शहर और इलाके में पहुंचने की कोशिश की थी। इस दौरान उन्हें लोगों की तरफ से पुलिस व प्रशासन को लेकर कई सुझाव और शिकायतें भी मिली थीं।