झारखंड से बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने सनसनीखेज दावा किया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि हेमंत सोरेन ने अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के लिए चंपई सोरेन को सीएम का पद छोड़ने का फरमान जारी किया है।
निशिकांत दुबे ने लिखा पिछले 2 दिन झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन किसी सरकारी या पार्टी के कार्यक्रम में नज़र नहीं आ रहे हैं। सूचना अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें कल्पना सोरेन के लिए मुख्यमंत्री छोड़ने का फ़रमान जारी किया है। सीता सोरेन,लोबिन व चमरा लिंडा ने निर्णय ले लिया है, खेला होबे?
सीएम पद के लिए कल्पना को ही दावेदार माना जाता रहा
कल्पना सोरेन को शुरू से मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जाता रहा है। बीच-बीच में विधायकों ने उन्हें सीएम बनाने की आवाज उठाई है। JMM ही नहीं, कांग्रेस के कुछ नेता भी कल्पना की सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं। वहीं लोकसभा चुनाव के सिलसिले में कल्पना की अगुवाई में इंडी गठबंधन की बड़ी रैली रांची में होने जा रही है।
पति के जेल जाने के बाद कद बढ़ रहा
पति के जेल जाने के बाद कल्पना सोरेन का कद बढ़ता जा रहा है। हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले ही झारखंड में ऐसी कोई उठापटक होगी, इसकी उम्मीद नहीं है।
चार चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव
निशिकांत दुबे ने ये दावा ऐसे समय में किया है जब राज्य में लोकसभा चुनाव होने हैं। बता दें कि झारखंड की 14 लोकसभा सीट के लिए चार चरणों में चुनाव होंगे। राज्य में मतदान 13 मई, 20 मई और एक जून को होंगे। झारखंड की कुल 14 लोकसभा सीट में से पांच अनुसूचित जनजाति और एक सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
जानकारी मुताबिक, राज्य में 2.54 करोड़ से ज्यादा वोटर्स हैं, जिनमें 1.29 करोड़ पुरुष, 1.22 करोड़ महिलाएं और 413 ट्रांसजेंडर शामिल हैं। इनमें 22 लाख वोटिंग पहली बार वोट देंगे। चार निर्वाचन क्षेत्रों सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा और पलामू में 13 मई को मतदान होगा। वहीं चतरा, कोडरमा और हजारीबाग में 20 मई को वोटिंग होगी। गिरिडीह, धनबाद, रांची और जमशेदपुर में 25 मई को जबकि राजमहल, दुमका और गोड्डा में एक जून को वोट डाले जाएंगे।
2019 में बीजेपी ने 14 में से 11 सीटें पर जीत हासिल की
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य की 14 में से 11 सीट पर जीत हासिल की थी जबकि उसकी सहयोगी आजसू पार्टी को एक सीट मिली। कांग्रेस और जेएमएम को एक एक सीट मिली थी। झारखंड में पिछला लोकसभा चुनाव भी चार चरणों में हुआ था।