जालंधर कैंट स्टेशन का काम 70 फीसदी पूरा हो चुका है। मार्च महीने में काम खत्म करने की डेडलाइन कंपनी को दी गई है। जालंधर का सबसे सुंदर तैयार हो रहा कैंट स्टेशन देखने के लिए भारत के न्याय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल विशेष रूप से पहुंचे। जहां रेलवे अधिकारियों ने उन्हें कैंट स्टेशन का मॉडल दिखाया और कैंट स्टेशन पर क्या-क्या सुविधा यात्रियों को मिलेगी उसके बारे में जानकारी दी।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत फिरोजपुर मंडल के अधीन आते जालंधर कैंट और फिल्लौर रेलवे स्टेशन की कायाकल्प 125 करोड़ की लागत से बदली जा रही है। जिसमें 98.89 करोड़ के प्रोजेक्ट में जालंधर कैंट के रिडेवलपमेंट हो रही है और नई बिल्डिंग तैयार हो रही है। कंपनी को यह पूरा प्रोजेक्ट मार्च 2024 तक पूरा करना है। अगर कंपनी ऐसा नहीं करती है तो शर्त के मुताबिक कंपनी को देरी के लिए प्रति दिन 5 लाख रुपए तक पनेल्टी चुकानी पड़ेगी। हालांकि कंपनी ने एक साल में लगभग 65 प्रतिशत काम कर लिया है। कुछ ऐसे दिखेगा तैयार होने के बाद कैंट स्टेशन।देखें तस्वीरें
कंपनी को काम मार्च 2024 तक पूरा करना है
कंपनी को काम खत्म करने के लिए केंद्र सरकार ने डेढ़ साल का समय दिया हुआ है। जो मार्च 2024 में खत्म होने जा रहा है। कंपनी को हर हालत में मार्च के अंत तक बिल्डिंग रेलवे को सौंपनी होगी। अगर ऐसा नहीं होता है तो कंपनी को 5 लाख रुपए प्रति दिन के हिसाब से रेलवे को देने होंगे। उसको लेकर कंपनी ने काम को दिन रात करना शुरु कर दिया है। ये पुष्टी रेलवे के एसएस जेबी पटेल द्वारा की गई है। कंपनी के कर्मचारियों का कहना है कि कोशिश है कि बिल्डिंग हैंड ओवर कर देंगे। बाकी का काम बाद में होता रहेगा।
फिरोजपुर मंडल के 24 रेलवे स्टेशन किए जा रहे रिडवेल्पमेंट
केंद्र सरकार की तरफ से अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश भर के 508 स्टेशनों की नुहार बदली जा रही है। जिसमें फिरोजपुर मंडल के 24 स्टेशन शामिल हैं। जालंधर कैंट स्टेशन काफी पुराना है और ट्रेनों के स्टॉपेज दिन ब दिन बढ़ते जा रहे हैं। यात्रियों की सहूलत को देखते हुए इस स्टेशन को पहल के आधार पर तैयार किया जा रहा है। जिसके बाद 100 साल पुराने जालंधर शहर में बने रेलवे स्टेशन की भी नया बनाया जाएगा।
हाईवे से जुड़े कैंट स्टेशन से यात्रियों को मिलेगी राहत
जालंधर-दिल्ली हाईवे पर बने जालंधर कैंट स्टेशन का जहां नया रुप शहरवासियों को राहत देगा। वहीं दूर दराज से आने वाले यात्रियों को भी इसका फायदा होगा। हाईवे से आसानी से बस, ऑटो व टैक्सी आराम से मिल जाएगीं। भीड़-भाड़ वाली गलियों से यात्रियों को छुटकारा मिल जाएगा। अक्सर जालंधर सिटी स्टेशन पर आने के दौरान यात्रियों को कई बार जाम से जूझना पड़ता है। लेकिन एक बड़ी राहत जालंधर कैंट लोगों को देने जा रहा है।
दोनो तरफ होंगे एंट्री गेट
जालंधर कैंट स्टेशन के दोनो तरफ एंट्री गेट तैयार किए जाएंगे। जिसके लिए रास्ता रामामंडी फ्लाईओवर के नीचे से दकोहा फाटक की तरफ है। इस वजह से दकोहा, रामामंडी, लद्देवाली, ढिलवां, हजारा, पतारां, नंगलशामा, जंडूसिघा, आदमपुर सहित इनके अधीन आने वाले गांवों और कॉलोनियों के लोगों को लाभ मिलेगा। पार्किंग के लिए अलग से जगह तैयार की जाएगी ताकि लोगों को वाहन पार्क करने में किसी तरह की दिक्कत न आए।
एस्केलेटर और 5जी कनेक्टिविटी भी मिलेगी
स्टेशनों के डिजाइन में एतिहासिकता को भी दर्शाया जाएगा। जालंधर कैंट स्टेशन पर तैयार हो रही बिल्डिंग में पहली मंजिल पर फूड कोर्ट प्लाजा, रेस्ट रुम भी होंगे। फाइव जी कनेक्टिविटी वाले वाईफाई, एस्केलेटर, लिफ्ट, पार्किंग की व्यवस्था भी रहेगी। फ्रंट एलिवेशन, सुविधाजनक वेटिंग हॉल के साथ-साथ जो फुटओवर ब्रिज बनाए जाएंगे, वो सीधा स्टेशन की दूसरी एंट्री के साथ जुड़ेगा और प्लेटफार्मों पर उतरेगा।
110 फीट उंचा तिरंगा भी लहराया जाएगा
स्टेशन पर फूड कोर्ट, रेल टिकट काउंटर, माडर्न स्टाइल के शौचालय, वर्षा के पानी को स्टोर करने के लिए वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, अंडर ग्राउंड वॉटर टैंक, आग जैसी आपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए फायर टैंक की व्यवस्था की जा रही है। स्टेशन के बिल्कुल बाहर 110 फीट उंचा तिरंगा लहराया जाएगा।